राजभर ने कहा, अयोध्या में तैनात की जाए सेना
वीएचपी और संघ की होने वाली धर्मसभा को लेकर विपक्ष लगातार निशाना साध रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या में उमड़ने वाले जनसैलाब को लेकर कहा था कि, लोग डरे हुए हैं और कोई बड़ी अनहोनी न हो इसके लिए सेना को लगा देना चाहिए और सुरक्षा की जिम्मेदारी उसे देना चाहिए। जिसके बाद भाजपा के नताओं ने पलटवार किया था। लेकिन अब उनके इस बयान का योगी कैबिनेट में मंत्री ओपी राजभर कर रहे हैं।
जफऱयाब जिलानी ने ने कहा
अयोध्या में 25 नवंबर को वीएचपी और संघ की होने वाली धर्मसभा को लेकर मुस्लिम पक्ष के वकील जफऱयाब जिलानी ने ने कहा है कि, अयोध्या में जो हो रहा है वो भाजपा और आरएसएस का राजनीतिक स्टंट है इसके अलावा कुछ भी नहीं है। इसके साथ ही जिलानी ने कहा, जो भी अयोध्या में आयोजन किया जा रहा है वो सीदे सुप्रीम कोर्ट को चुनौती दी जा रही है जो पूरी तरह से गलत है। जफरयाब जिलानी ने धर्मसभा को लेकर ये भी बताया कि, इस आयोजन से अयोध्या में रहने वाले मुसलमान डरे हुए हैं इसलिए इनकीसुरक्षा को लेकर खास ध्यान देने की जरुरत है।
ओपी राजभर ने अखिलेश के बयान का किया समर्थन
यूपी के कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने कहा, ‘मुख्यमंत्री तो चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जबकि यहां फैजाबाद (अयोध्या) में धारा 144 लगी है। जिस तरह से यहां भीड़ इकट्ठा हो रही है ऐसे में अगर कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की होगी। इससे पहले राजभर ने अखिलेश के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि चूंकि अयोध्या में धारा-144 लगी है लेकिन फिर लोग वहां इकट्ठा हो रहे हैं तो साफ है कि प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। इसीलिए सेना को ही बुलाया जाना चाहिए।
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शिवसैनिकों ने गिराई थी मस्जिद
मालूम हो कि, शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा था कि, जब बाबरी मस्जिद गिराई गई थी तो उसे शिवसैनिकों ने गिराई थी। राउत ये भी कहा था कि, ढांचा गिराने में 18 से 20 मिनट का समय लगा था।
राउत के बयान पर विनय कटियार का पलटवार
संजय राउत के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता विनय कटियार ने हमला बोला है। कटियार ने कहा, जब ढांचा गिराया जा रहा था तब संजय राउत वहां थे ही नहीं और न ही कभी बाल ठाकरे अयोध्या आए। लेकिन अब अगर शिवसेना प्रमुख आ रहे हैं तो भगवान राम के दर्शन करें और वापस जाएं।