एक राष्ट्र, एक वर्दी: PM मोदी के इस विचार से देशभर की पुलिस की होगी एक यूनिफॉर्म!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस के लिए ‘एक देश, एक यूनिफॉर्म’ की वकालत की है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा कि इसे थोपना नहीं चाहिए, बल्कि इस पर विचार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पुलिस के बारे में अच्छी धारणा बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यहां आयोजित राज्यों के गृह मंत्रियों के दो दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए राज्यों के बीच निकट सहयोग की वकालत की. उन्होंने कहा कि सहकारी संघवाद ना सिर्फ संविधान की भावना है बल्कि यह केंद्र और राज्यों की जिम्मेदारी भी है.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक वर्दी’ सिर्फ एक विचार है नाकि किसी तरह से आपके ऊपर इसे थोपा जा रहा है आप इस्पे विचार करें। यह आज नहीं 5, 50 या सौ सालो में हो सकता है इसके ऊपर हमें विचार करना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि उनका मानना है कि देश भर में पुलिस की पहचान एक जैसी हो सकती है.
पीएम मोदी ने आंतरिक सुरक्षा के लिए सभी राज्यों से एक साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया है। उन्होंने कानून-व्यवस्था और सुरक्षा की उभरती चुनौतियों के समाधान को लेकर उन्होंने कहा कि प्रत्येक को एक-दूसरे से सीखना चाहिए, प्रेरणा लेनी चाहिए और आंतरिक सुरक्षा के लिए एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। हमें पुलिस के लिए अच्छी धारणा रखना एक महत्वपूर्ण कार्य है भले ही इसमें कुछ खामिया है किन्तु इसे दूर किया जाना चाहिए। कानून और व्यवस्था की स्थिति संविधान के अनुसार राज्य का विषय हैं। हालांकि, वह देश की एकता और अखंडता से समान रूप से संबद्ध है।
संविधान में भले कानून और व्यवस्था राज्यों का दायित्व है, लेकिन ये देश की एकता-अखंडता के साथ भी उतने ही जुड़े हुए हैं। pic.twitter.com/wZHVJ9f3h7
— PMO India (@PMOIndia) October 28, 2022
मोदी ने कहा कि कानून व्यवस्था का सीधा संबंध विकास से है इसी लिए शांति बनाए रखना हर किसी की जिम्मेदारी है उन्होंने कहा कि जब भी देश का सामर्थ्य बढ़ेगा है तब तब हर एक नागरिक का सामर्थ्य बढ़ेगा। यही तो अच्छा शासन है जिसका लाभ देश के हर एक नागरिक, हर एक राज्य के आखरी नागरिक तक पहुंचाना है उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के प्रति सभी का भरोसेमंद होना बहुत जरुरी है जिसके लिए पुलिस व आम जन के बीच के सम्बन्ध अच्छे होने चाहिए और इससे अच्छी धारणा बनेगी पिछले कुछ वर्षो में सरकार ने कानून व्यवस्था में सुधर किये हैं जिससे पुरे देश में शांति बनाने का काम किया हैं
जब देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो देश के हर नागरिक, हर परिवार का सामर्थ्य बढ़ेगा। pic.twitter.com/gKiH2kT7Ry
— PMO India (@PMOIndia) October 28, 2022
उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा. स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा.
पीएमओ द्वारा जारी बयान के मुताबिक, गृह मंत्रियों का यह चिंतन शिविर स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पंच प्रण के अनुरूप आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मामलों पर नीति निर्माण को राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य प्रदान करने का प्रयास है. यह शिविर, केन्द्र और राज्य स्तर पर विभिन्न हितधारकों के बीच योजना और समन्वय के मामले में अधिक तालमेल सुनिश्चित करेगा. इस शिविर में पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, साइबर अपराध प्रबंधन, आपराधिक न्याय प्रणाली में आईटी के बढ़ते उपयोग, भूमि सीमा प्रबंधन, तटीय सुरक्षा, महिला सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
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