ओम बिड़ला बने एनडीए के स्पीकर पद के उम्मीदवार, सत्ता पक्ष-विपक्ष में सहमति…
18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन आज स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का नामांकन होना है. आज नामांकन के लिए भी अंतिम दिन है. इस बीच कोटा-बूंदी से बीजेपी सांसद ओम बिड़ला को दूसरी बार लोकसभा स्पीकर के पद का उम्मीदवार चुना गया है, अब से थोड़ी देर में वे नामांकन दाखिल करेंगे. ओम बिड़ला के नाम पर इंडिया गठबंधन और एनडीए के सांसदों ने समझौता किया है. यह भी आम सहमति है कि विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद देना चाहिए. ओम बिड़ला के नाम पर अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. हालांकि, इसको लेकर पीएम मोदी और ओम बिड़ला ने संसद भवन में बैठक की है. इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू भी मौजूद रहे. वहीं राहुल गांधी ने डिप्टी स्पीकर पद को लेकर भाजपा पर हमला बोला है.
विपक्ष ने राजनाथ से डिप्टी स्पीकर पद के लिए की बात
इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मीडिया से बातचीत के दौरान बताया है कि, ”आज के अखबारों में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष को सरकार के साथ रचनात्मक सहयोग करना चाहिए. राजनाथ सिंह ने मल्लिकार्जुन खड़गे को फोन कर स्पीकर का समर्थन करने को कहा था. पूरे विपक्ष ने स्पीकर का समर्थन किया, पुरानी मान्यता है कि विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद मिलना चाहिए. राजनाथ सिंह ने कहा था कि, वे मल्लिकार्जुन खड़गे को वापस बुलाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हमारे नेता का अपमान हो रहा है, लेकिन पीएम मोदी विपक्ष से सहयोग मांग रहे हैं.
आपको बता दें कि, राजनाथ सिंह ने खड़गे को स्पीकर पद पर आम सहमति के लिए फोन किया तो, उन्होंने स्पीकर पद पर सहमति देने की बात की लेकिन एक शर्त भी रख दी. उन्होंने कहा कि, विपक्ष को डिप्टी स्पीकर पद मिलना चाहिए, राजनाथ सिंह ने अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
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ओम बिड़ला बनाएंगे रिकॉर्ड
2019 से 2024 तक राजस्थान के कोटा-बूंदी से सांसद ओम बिड़ला 17वीं लोकसभा के स्पीकर रहे हैं. यदि वे अपना कार्यकाल पूरा करते हैं तो वे कांग्रेस के बलराम जाखड़ की रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे. बलराम जाखड़ के बेटे सुनील जाखड़ जो अभी पंजाब बीजेपी का अध्यक्ष हैं, बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस के बलराम जाखड़ ने 1980 से 1985 और 1985 से 1989 तक दो बार स्पीकर का पद संभाला था. वहीं बालयोगी और पीए संगमा दो बार एनडीए के स्पीकर रहे, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए.