अब धूप में ठंडक का होगा एहसास, CM योगी ने ट्रैफिक पुलिस को बांटे AC हेलमेट

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीषण गर्मी में ड्यूटी करने वाले ट्रैफिक सिपाहियों को वातानुकूलित हेलमेट वितरित किया है, ताकि गर्मी या धूप में उनका उनका बचाव हो सके. सीएम योगी ने आज खुद अपने हाथ से सिपाहियों को हेलमेट पहनाकर इस पहल की शुरुआत की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सुशासन की पहली शर्त कानून का राज है. इसके लिए सुरक्षा व संरक्षा का बेहतर वातावरण होना चाहिए. सुरक्षा का वातावरण राज्य का दायित्व है.

सीएम ने अपने हाथ से पहनाया हेलमेट…

बता दें कि इस पहल की शुरुआत कानपुर ट्रैफिक पुलिस की ओर से कर्मचारी कल्याण के लिए एसी हेलमेट बांटने की पहल की गई है. इस पहल में कानपुर मेट्रो में काम कर रही एफकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर ने कानपुर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए सीएसआर गतिविधि के माध्यम से सहयोग दिया है. कार्यक्रम में सीएम ने सुगौरव तिवारी को हेलमेट पहनाया.

यूपी पुलिस ने स्थापित किया कानून का राज…

कार्यक्रम के संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में पिछले 7 साल के अंदर यूपी पुलिस ने अपनी एक नई पहचान बनाई है जबकि यूपी में कानून का राज दिखाया है. यहीं कारण है कि प्रदेश की पुलिस ने नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. कानून के राज ने पुलिस को भी सम्मान और विश्वास का प्रतीक बनाया.

ड्यूटी के दौरान ट्रैफिक सिपाही को मिलेगी राहत…

सीएम योगी ने कहा कि इस साल गर्मी के नए रिकॉर्ड टूटे है. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान जब अंतिम चरण के चुनाव ड्यूटी के लिए जब पुलिस और कर्मचारी जा रहे थे तब कई लोगों की मौत हुई थी. उस समय प्रदेश के कई जिलों में तापमान बहुत अधिक था. सभी मौसम में यूपी पुलिस लोगों को बेहतर सुविधा देती है. ट्रैफिक पुलिस के जवान चौराहे पर खड़े होकर यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करते है. यह एसी हेलमेट कुछ हद तक मदद करने में सहभागी बनेगा. इस पहल के लिए सीएम ने कहा कि कानपुर कमिश्नरेट पुलिस का यह प्रयास सराहनीय है.

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यूपी पुलिस के लिए फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट का गठन

सीएम योगी ने कहा कि आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर में नए युग में प्रवेश किया है. इसके लिए निवेश, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी कैसी होनी चाहिए, यूपी ने इसका उदाहरण प्रस्तुत किया है. यह केवल नारे नहीं, जमीनी हकीकत है. हमने बिना भेदभाव पारदर्शी प्रक्रिया से पुलिस बल में जहां भर्तियां की वहीं चयनित लोगों का समुचित प्रशिक्षण भी कराया. बड़े महानगरों को छोड़ विकास प्रक्रिया से जुड़े किसी भी सामान्य जनपद में सबसे ऊंची बिल्डिंग पुलिस लाइन के अंदर बन रहे पुलिस के आधुनिक बैरक की है.पहली बार यूपी पुलिस बल के लिए फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट का गठन किया गया. गत वर्ष इसका पाठ्यक्रम भी प्रारंभ किया गया है.

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