वाराणसी में प्रशासन और जल पुलिस द्वारा लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर गंगा में चलने वाली नावों के रात्रिकालीन समय में बदलाव किया गया है. जल पुलिस ने रात 8:30 बजे के बाद नाव चलाने पर पाबंदी लगा दी है. वहीं नावों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए आधे घंटे की छूट भी दी गई है.
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नाविक समाज की सहमति से लिया गया है फैसला
जल पुलिस प्रभारी के मुताबिक रात 8:30 बजे के बाद नौका संचालन पर रोक लगाने का फैसला नाविक समाज की सहमति से लिया गया है. उन्होंने बताया कि अगर कोई नाविक रात 9 बजे के बाद नाव चलाते हुए पाया जाता है तो उसकी नाव को जब्त कर लिया जाएगा. वहीं नाविक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और नाव का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.
10 नाविकों को दी गई चेतावनी
मंगलवार(30 अप्रैल) को 8:30 बजे के बाद घाटों पर निगरानी कर रही जल पुलिस ने लाउड हेलर के माध्यम से नाविकों को चेतावनी दी. पहले दिन 10 नाविकों को केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया. जल पुलिस प्रभारी के मुताबिक मई और जून महीनें में डूबने के मामलें बढ़ जाते हैं. लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से जल पुलिस ने गंगा में सुरक्षा बढ़ाई है. बताया कि शनिवार और रविवार को विशेष तौर पर चौकसी का प्रबंध किया जाएगा. बता दें काशी में लगातार पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं शनिवार और रविवार को घाटों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है जिससे निगरानी भी बढ़ा दी जाती है.
चार टीमें कर रहीं निगरानी
रात में समयानुसार तक ही नाव संचालन का कड़े तरीके से पालन कराने की जिम्मेदारी जल पुलिस और एनडीआरएफ की ओर से कुल चार टीमों को सौंपी गई है. जल पुलिस प्रभारी के अनुसार निगरानी में जल पुलिस की 2 नाव पर 2 टीम और एनडीआरएफ की 2 नाव पर 2 टीम की तैनाती की गई है. इसके अतिरिक्त 1 नाव क्रू के अलावा 3 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं.