आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने वाले दलों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को शिरोमणि अकाली दल ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. बता दें राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान होने के बाद से विभिन्न गैर राजग दलों ने उन्हें अपना समर्थन दिया है.
द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की बात पर शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा ‘हमने राजग उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला किया है. हम कभी भी कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगे. कांग्रेस ने सिख समुदाय को धोखा दिया है.’
We have decided to support NDA's presidential candidate Droupadi Murmu. We will never go with Congress because of the atrocities they have committed on the Sikh community: Shiromani Akali Dal (SAD) chief Sukhbir Singh Badal in Chandigarh pic.twitter.com/x2u3adoo80
— ANI (@ANI) July 1, 2022
इससे पहले ओडिशा से बीजेडी और आंध्र प्रदेश से वाईएसआर कांग्रेस ने पहले ही द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान कर दिया था. ओडिशा के सीएम और बीजेडी के मुखिया नवीन पटनायक ने अपने सभी विधायकों से कहा था कि वह पार्टी लाइन से इतर हटकर मुर्मू को अपना समर्थन दें. सिर्फ इतना ही नहीं, नवीन पटनायक ने उन्हें राज्य की बेटी कहकर भी संबोधित किया था. इसके अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया था. वहीं, बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा था ‘हमने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किया है.’
अभी तक द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने वालों में जनता दल (एस), जतना दल (यू), लोजपा, बसपा, लोजपा भी उनके पक्ष में आ चुके हैं. सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) भी मुर्मू के समर्थन में है. सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने भी इस बात का ऐलान कर चुके हैं. वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री भी बीते दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं. उनके इस कदम को राजग के राष्ट्रपति उम्मीदवार को समर्थन के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है.
बता दें 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू मूलरूप से ओडिशा की ही रहने वाली हैं. राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन करने के बाद से द्रौपदी मुर्मू निजी स्तर पर ही विभिन्न राजनीतिक दलों से संपर्क करना शुरू कर दिया है. वहीं, विपक्षी दलों ने यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है.