उत्तर कोरिया ने दूसरे बैलिस्टिक मिसाइल का किया परीक्षण
उत्तर कोरिया(North Korea) ने दूसरी ‘ह्वासोंग-14’ अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के शुक्रवार को परीक्षण की पुष्टि की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, “माननीय सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने 28 जुलाई 2017 को दूसरे अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक रॉकेट ‘ह्वासोंग-14’ के परीक्षण के आदेश पर हस्ताक्षर किए।”
इससे पहले मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि उत्तर कोरिया ने शुक्रवार रात आईसीबीएम का परीक्षण किया, जो एक महीने में दूसरा परीक्षण है।
उत्तर कोरिया ने अपने पहले आईसीबीएम का परीक्षण चार जुलाई को किया था। देश ने इसकी परमाणु और मिसाइल क्षमताओं के विकास के अंतिम चरण के रूप में सराहना की है।
उत्तर कोरिया ने फिर से अंतरमहाद्वीपीय बलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। प्योंगयांग की आधिकारिक मीडिया का दावा है कि यह ताजा मिसाइल पूरे अमेरिका पर हमला करने में सक्षम है। नॉर्थ कोरिया ने कहा है कि इस मिसाइल परीक्षण को अमेरिका सख्त चेतावनी के तौर पर देखे।
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उत्तर कोरिया के करीबी सहयोगी चीन ने हालांकि अपने रुख में थोड़ी तब्दीली दिखाते हुए इस ताजा मिसाइल टेस्ट की निंदा की है। अमेरिका लंबे समय से चीन को उत्तर कोरिया पर दबाव बनाकर उसका परमाणु व मिसाइल कार्यक्रम बंद करवाने के लिए मना रहा है।
एक महीने के भीतर यह दूसरा मौका है जब उत्तर कोरिया ने इस तरह का परीक्षण किया है। इस परीक्षण के बाद से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ा है। इस टेस्ट से एक दिन पहले ही अमेरिकी कांग्रेस ने रूस, ईरान और उत्तर कोरिया पर नए और सख्त प्रतिबंधों को लगाए जाने के पक्ष में वोट दिया है।
उत्तर कोरिया यह परीक्षण करेगा, ऐसी आशंका पहले से ही जताई जा रही थी। 1959 में कोरियाई युद्ध खत्म हुआ था। उत्तर कोरिया की आदत रही है कि वह खास तारीखों पर मिसाइल टेस्ट करता है। इससे पहले उसने 4 जुलाई को आईबीएम टेस्ट किया था। इस दिन अमेरिका अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है।
उस समय प्योंगयांग के सर्वोच्च नेता ने कहा था कि यह मिसाइल टेस्ट ‘बास्टर्ड अमेरिका’ को उनकी ओर से भेजा गया तोहफा है। यह पहली बार था जब उत्तर कोरिया आईबीएम का सफल परीक्षण करने में कामयाब रहा।
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