थम नहीं रहे कुत्तों के हमले, नोएडा में 1 साल के मासूम को नोंचा, इलाज के दौरान मौत
यूपी और दिल्ली-एनसीआर में बीते दिनों कुत्तों के हमले तेजी से बढ़े हैं. यूपी के नोएडा में सोमवार को 1 साल के मासूम बच्चे को 3 आवारा कुत्तों ने नोंच डाला. घायल बच्चे को निजी अस्पताल में एडमिट करवाया गया, जहां रात में ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मंगलवार की सुबह जैसे ही बच्चे की मौत का पता सोसाइटी के लोगों को चला तो उनका गुस्सा फूट पड़ा. लोगों ने सोसाइटी में भीड़ लगाकर आक्रोश व्यक्त किया. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंच गई है.
पूरा मामला…
दरअसल, नोएडा के सेक्टर-100 स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में टावर-30 में घुसकर 3 आवारा कुत्तों ने 1 साल के मासूम को अपना शिकार बनाया. कुत्तों के हमले से बच्चे के शरीर पर काफी खरोंच आई और शरीर के कई हिस्सों से खून निकलने लगा. बच्चे के आंत में चोट आई. बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुन पास में खेल रहे उसके भाई ने शोर मचाया तो मां और आसपास के लोगों ने उसे बचाया. सोसाइटी के लोगों ने बच्चे को निजी अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के दौरान मंगलवार को बच्चे की मौत हो गई.
सोसाइटी में सड़क निर्माण कार्य चल रहा है तो सोमवार शाम को सेक्टर-110 निवासी मजदूर राजेश कुमार पत्नी सपना और बच्चों के साथ कंस्ट्रक्शन साइट पर थे. काम करते हुए सपना बेटे से कुछ दूर चली गई. इसी दौरान कुत्तों ने बच्चे पर हमला कर दिया.
ओएसडी नोएडा प्राधिकरण इंदु प्रकाश ने कहा
‘हम आवारा कुत्तों के लिए 4 शेल्टर होम बनाने जा रहे हैं. कार्य प्रगति पर है. हमने 2017 में आवारा कुत्तों की नसबंदी शुरू की थी और अब तक 40,000 कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है. हम कुत्तों के लिए उसी तरह आश्रय गृह बनाएंगे, जैसे हम गायों के लिए करते आए हैं.’
We're going to construct 4 shelter homes for stray dogs. The work is in progress. We started sterilizing stray dogs in 2017 & 40,000 dogs have been sterilized so far. We'll build shelter homes for dogs in the same way as we've been doing for cows: OSD Noida Authority Indu Prakash pic.twitter.com/76984eaOBM
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 18, 2022
स्ट्रीट डॉग को सोसाइटी से बाहर करना चाहिए…
उत्तर प्रदेश युवा व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष विकास जैन ने कहा कि हम सभी को मिलकर स्ट्रीट डॉग को सोसाइटी से बाहर करना चाहिए और डॉग लवर के घर सारे स्ट्रीट डॉग इकट्ठा कर भेज देना चाहिए. जिसका बच्चा जाता है उस मां-बाप को पता चलता है कि उन्होंने कैसे उसका लालन पोषण किया था, कैसे उसको जन्म दिया था. सिर्फ अपनी सस्ती राजनीति चमकाने के लिए ये लोग डॉग लवर का दिखावा करते हैं और कुछ नहीं है. शेम ऑन यू.
पहले भी हुई घटनाएं…
दिल्ली भलस्वा डेरी: पिटबुल का हमला
सोमवार (17 अक्टूबर) को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भलस्वा डेरी इलाके में पड़ोसी के पिटबुल नस्ल के कुत्ते ने गली से गुजरती महिला को बुरी तरह काटकर लहूलुहान कर दिया. महिला के चिल्लाने पर एकत्र हुए लोगों ने किसी तरह उसे कुत्ते के चंगुल से बचाया. महिला के दोनों पैरों से लेकर कमर तक गहरे जख्म हो गए. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने कुत्ते के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
गाजियाबाद वैशाली: 11 साल की बच्ची पर हमला
बुधवार (12 अक्टूबर) को यूपी के गाजियाबाद में वैशाली की रामप्रस्था ग्रीन की सीवीटेक सोसायटी में 11 साल की बच्ची तनिष्का अग्रवाल पर कुत्ते ने हमला कर उसे जख्मी कर दिया, सुरक्षा गार्डों ने बड़ी मुश्किल से उसे छुड़ाया. इसके तुरंत बाद कुत्ते ने फिर से उसे काट लिया. दो बार के हमले में बच्ची की दोनों टांगों में 21 जख्म हो गए. उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. उसके पिता उमेश अग्रवाल ने इंदिरापुरम थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई.
फरीदाबाद बल्लभगढ़: पिटबुल ने किया जख्मी
गुरुवार (13 अक्टूबर) को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ गांव मुजेड़ी में घर के बाहर खेल रहे 10 साल के बच्चे पर पिटबुल ने हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया. इसी दौरान मां आ गई और बच्चे को कुत्ते के चंगुल से बचाया. घटना के बाद बच्चा काफी डरा हुआ है. दोनों पैर व हाथों पर कुत्ते के काटने के निशान हैं.
गाजियाबाद इंदिरापुरम: आवारा कुत्ते का हमला
24 सितंबर को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में काला पत्थर रोड स्थित आम्रपाली विलेज सोसायटी में बाहर से लौट रहे 11 वर्षीय बच्चे को आवारा कुत्ते ने काट लिया. बच्चे के शोर मचाने पर आस-पास के लोगों ने उसे बचाया. बच्चे को तुरंत उपचार के लिए ले जाया गया. मां नाजिया ने आरडब्ल्यूए से इस संबंध में शिकायत की थी.
लखनऊ, कैसरबाग: पिटबुल के हमले से बुजुर्ग महिला की मौत
मंगलवार (12 जुलाई) को यूपी की राजधानी लखनऊ में कैसरबाग के बंगाली टोला निवासी सुशीला त्रिपाठी (82) को उनके घर में पल रहे पिटबुल ने नोंचकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. परिजनों ने उनको इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उनकी मौत हो गई थी.
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