ब्रिटेन हाई कोर्ट से भगोड़े नीरव मोदी को तगड़ा झटका, भारत लाने का रास्ता हुआ साफ
ब्रिटेन की हाई कोर्ट से भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को तगड़ा झटका लगा है. बुधवार को हाई कोर्ट ने नीरव मोदी की अपील को खारिज कर दिया है. इसके अलावा हाई कोर्ट ने नीरव मोदी के भारत प्रत्यर्पण पर मुहर लगा दी है. जिसके बाद से उसको भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है. बता दें भारत में नीरव मोदी भगोड़ा घोषित हो चुका है. भारत से भागने के बाद नीरव मोदी ब्रिटेन में शरण लिए है.
पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कहा था कि वे एक हफ्ते के भीतर बैठक करें और भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के रिश्तेदार मयंक मेहता की ओर से किए गए खुलासे तथा पैसों के लेन-देन से जुड़ी सामग्री साझा करें. पीठ ने कहा कि मेहता से जांच एजेंसी को पड़ताल में बैंक खातों के संबंध में जो भी प्रासंगिक जानकारी मिली है, उसे वह सीबीआई के साथ साझा करें.
क्या था मामला…
भगोड़े नीरव मोदी पर मेहुल चौकसी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक से 14,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है. फरवरी, 2022 में नीरव मोदी को उस समय बड़ा झटका लगा था, जब ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी. इसके बाद नीरव मोदी ने लंदन हाई कोर्ट में अपील दायर की थी. नीरव मोदी में हाई कोर्ट से कहा था कि भारत में उसकी जान को खतरा है.
पंजाब नेशनल बैंक में धोखाधड़ी का मामला पहली बार 29 जनवरी, 2018 में सामने आया था. इसके बाद 29 जून, 2018 को इंटरपोल की ओर से नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. इसके बाद अगस्त, 2018 में सीबीआई ने पहली बार ब्रिटेन की कोर्ट में नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की अपील की थी.
Also Read: देश के 50वें मुख्य न्यायाधीश बने जस्टिस चंद्रचूड़, राष्ट्रपति मुर्मू ने ग्रहण कराई शपथ