कार्ड से नहीं, उंगलियों से करें पेमेंट !
अब आपको एटीएम पिन याद रखने की जरुरत नहीं है। जल्द ही नेक्स्ट जनरेशन बायोमेट्रिक कार्ड लॉन्च होंगे, जिनसे आप उगंलियों की मदद से ही पेमेंट कर सकेंगे। कार्ड से पेमेंट करने के लिए चार अंकों का पिन याद रखना जरूरी नहीं होगा।
फिंगरप्रिंट को नए कार्ड्स में चिप टेक्नोलॉजी से जोड़ा गया
नए कार्ड्स में चिप टेक्नोलॉजी को फिंगरप्रिंट के साथ जोड़ा गया है। इससे स्टोर में खरीदी के दौरान कार्ड होल्डर की पहचान वैरिफाई हो सकेगी। फिलहाल दक्षिण अफ्रीका में इन नए कार्ड्स को लेकर दो फेज में ट्रायल हुए हैं।
यूरोप और एशिया में जल्द होगा ट्रायल
इस दौरान इन कार्ड्स से पेमेंट आसानी से हुए। यूरोप और एशिया में इनका ट्रायल अगले कुछ महीनों में किया जा सकता है। ग्लोबल पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विस देने वाली कंपनी मास्टरकार्ड का कहना है कि अगले साल की शुरुआत तक अमेरिका में इसका इस्तेमाल शुरू किया जा सकता है।
हर मिनट होगा 65 हजार ट्रांजैक्शन
आपको बता दें कि मास्टरकार्ड से हर मिनट 65 हजार ट्रांजैक्शन किए जाते हैं। खास बात यह है कि इस टेक्नोलॉजी में चार डिजिट वाला पिन एंटर करने की जरूरत नहीं होगी।
पेमेंट करते समय कार्ड पर रखनी होगी उंगली
नई टेक्नोलॉजी में कार्ड पर ही सेंसर दिया गया है, स्टोर में पेमेंट करते समय कार्ड पर उंगली रखनी होगी, जबकि ‘आधार’ सिस्टम में कार्ड की जरूरत ही नहीं है। बस, स्टोर को आधार नंबर और बैंक का नाम देना होगा।
नए कार्ड में पारंपरिक कार्ड्स से पुख्ता सिक्योरिटी
स्टोर मालिक अपनी मशीन बैंक से कनेक्ट करेगा और आधार नंबर डालेगा। बैंक आपकी पहचान वेरिफाई करने के लिए कहेगा। जैसे ही आप सेंसर पर अंगूठा रखेंगे और डाटा मैच होगा, वैसे ही पेमेंट हो जाएगा। दावा किया जा रहा है कि नए कार्ड में पारंपरिक कार्ड्स के मुकाबले ज्यादा सिक्युरिटी मिलेगी।
पिन याद रखने की झंझट से मिलेगी मुक्ति
पिन चोरी होने, अनुमान लगाने या भूलने की गुंजाइश रहती है। जहां पिन के 10 हजार कॉम्बिनेशन्स हैं वहीं फिंगरप्रिंट का 50 हजार में से केवल एक ही चांस किसी के साथ मैच होने का रहता है। ज्यादातर लोग याद रखने के लिए पिन ‘1234’ रखते हैं, जो आसानी से गेस किए जा सकते हैं।