विश्व पर्यटन दिवस पर आगरा में रौनक फीकी
कोविड-19 महामारी के कारण बढ़ती सामाजिक-आर्थिक अनिश्चितताओं और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बीच, आगरा में एक नया पर्यटन सीजन शुरू हो गया है, लेकिन आतिथ्य उद्योग के पुनरुत्थान की आशा और उत्साह के बिना।
विश्व पर्यटन दिवस पर मनाया जाने वाला जश्न गायब
विश्व पर्यटन दिवस पर मनाया जाने वाला जश्न गायब है। भले ही एक लंबे इंतजार के बाद, ताजमहल और आगरा किले सहित मुगल स्मारक अब पर्यटकों के लिए खुल चुके हैं, लेकिन हमेशा पर्यटकों से गुलजार रहने वाले ताज नगरी की रौनक इस बार फीकी है।
शहर के होटल व्यवसायी हवाई संपर्क और ट्रेन परिचालन सामान्य होने पर अक्टूबर के अंत में हालात कुछ बदलने उम्मीद कर रहे हैं। ‘आगरा होटल्स एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन’ के संस्थापक अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने मीडिया को बताया, “अभी इंटरनेशनल ट्रैफिक सुस्त है। शहर के एक दर्जन से अधिक पांच सितारा होटल अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों पर निर्भर हैं। बुकिंग के संबंध में स्थिति निराशाजनक है।”
आगरा तीन विश्व धरोहर स्मारकों, ताज महल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी, और दर्जनभर अन्य स्मारकों के साथ भारत का पसंदीदा पर्यटन स्थल है। रोमांच के लिए चंबल के बीहड़ों के साथ, बटेश्वर में एक पंक्ति में 101 शिव मंदिर, मथुरा में श्रीकृष्ण-राधा लीला-भूमि, जो केवल 50 किलोमीटर दूर है, आगरा सालाना तकरीबन 1 करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करता है। आगरा को लखनऊ और नोएडा से जोड़ने वाले दो एक्सप्रेसवे ने पिछले कुछ वर्षो में पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद की है।
लगभग 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान
महामारी के कारण स्मारकों को छह महीने तक बंद रखना इनके लिए एक तरह से हीलिंग समय साबित हुआ है। इस अवधि के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा बहुत सारे रखरखाव और मरम्मत कार्य किए गए।
टूरिस्ट गाइड वेद गौतम ने उम्मीद जताई, “एक बार प्रभावी दवाएं या टीके उपलब्ध हो जाने के बाद, निश्चित रूप से हम महामारी के बाद के काल में एक बड़े लाभ और संभावना को देखते हैं।” पहले से ही राजस्व का बड़ा नुकसान हुआ है, जो विभिन्न सेक्टरों ने लगभग 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया है।
महामारी के कारण भारी नुकसान
आगरा बीट्स के अमित सिसोदिया ने कहा कि एएसआई के साथ हस्तशिल्प क्षेत्र, होटल, यात्रा व्यापार, गाइड और फोटोग्राफर, रेस्तरां, और आगरा विकास प्राधिकरण, जो टिकट बिक्री से 100 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र करते थे, महामारी के कारण सभी को भारी नुकसान हुआ है।
लंबे समय से आगरा में एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए एक मूवमेंट की अगुवाई करते आ रहे अनिल शर्मा ने कहा, “छोटे शहरों में नियमित उड़ाने हैं, लेकिन भारत के नंबर एक पर्यटन स्थल में नहीं है।”
सुप्रीम कोर्ट आगरा को हेरिटेज सिटी घोषित करने को लेकर अभी तक तय नहीं कर पाया है, जबकि दो साल पहले कोर्ट में एक विजन डॉक्युमेंट पेश किया गया था।
ताजगंज के एक होटल व्यवसायी संदीप अरोड़ा ने कहा, “हमें पूरे ब्रज क्षेत्र के पर्यटन विकास के लिए एक व्यापक कार्य योजना की आवश्यकता है, जिसमें मथुरा, वृंदावन, बटेश्वर और धार्मिक महत्व के कई महत्वपूर्ण स्थल शामिल हैं।”
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