नेपाल प्लेन क्रैश: पति की तरह 16 साल बाद विमान हादसे में हुई अंजू खातिवाड़ा की मौत, जानें को-पायलट के आखिरी उड़ान की कहानी

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बीते रविवार (15 जनवरी) को नेपाल के काठमांडू से पोखरा जाने वाली येती एयरलाइंस का एक प्लेन क्रैश हुआ था. प्लेन एटीआर-72 को मुख्य पायलट कमल केसी और उनकी को-पायलट अंजू खातिवाड़ा उड़ा रही थीं. प्लेन को पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करवाना था, लेकिन लैंडिंग से महज 10 सेकेंड पहले ही प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. जिसमें कमल केसी और अंजू खातिवाड़ा की मौत हो गई. वहीं, इस प्लेन में 4 क्रू मेंबर और 5 भारतीयों समेत कुल 72 यात्री सवार थे. इस हादसे में 69 यात्रियों के शव मिले हैं.

Nepal Plane Crash Anju Khatiwada Yeti Airlines

 

करीब 16 साल पहले अंजू के पति दीपक पोखरेल की मौत भी प्लेन हादसे में हुई थी. वो भी येती एयरलाइंस का ही प्लेन था.

16 साल पहले ऐसे ही हुई थी अंजू के पति की मौत…

नेपाल में हुई प्लेन दुर्घटना को एक तरह का संयोग ही माना जायेगा क्योंकि को-पायलट अंजू के पति दीपक पोखरेल की भी इसी तरह हुए प्लेन हादसे में मौत हो गई थी. अंजू के पति दीपक भी येति एयरलाइंस में बतौर को-पायलट काम कर रहे थे. दीपक पोखरेल एक अनुभवी पायलट थे और वो नेपाल आर्मी के हेलिकॉप्टर उड़ाते थे. अंजू से शादी के कुछ साल बाद वो येती एयरलाइंस से जुड़ गए थे. 16 साल पहले (21 जून, 2006) को दुर्घटनाग्रस्त हुए येति एयरलाइंस के प्लेन में अंजू के पति दीपक पायलट थे. नेपालगंज से सुरखेत जा रही जुमला जा रही फ्लाइट 9एन एईक्यू प्लेन भी लैंडिंग के कुछ मिनट पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. उस हादसे में भी कोई व्यक्ति जीवित नहीं बचा था. इसमें 6 यात्रियों और चालक दल के 4 सदस्यों की मौत हो गई थी. प्लेन हादसे में एयर होस्टेस ओसिन अली की भी मौत हो गई थी.

Nepal Plane Crash Anju Khatiwada Yeti Airlines

पति की याद में पायलट बनना चाहती थीं अंजू…

दीपक पोखरेल की मौत के समय अंजू खातिवाड़ा की उम्र 28 वर्ष थी. उनके पास जीवन में आगे बढ़ने को लेकर कई विकल्प थे. येती एयरलाइंस के एक अधिकारी के मुताबिक, अंजू के पिता चाहते थे कि वो भारत जाकर पढ़ाई करें और अपना करियर बनाएं. लेकिन, अंजू ने इंकार कर दिया. अंजू अपने पति दीपक की याद में एविएशन इंडस्ट्री से जुड़ना चाहती थीं. वो पायलट बनना चाहती थीं और उन्होंने ये सपना पूरा भी किया.

Nepal Plane Crash Anju Khatiwada Yeti Airlines

येती एयरलाइंस के प्रवक्ता के मुताबिक, पति की मौत के बाद अंजू खातिवाड़ा को बीमा की जो रकम मिली थी, उससे उन्होंने एविएशन कोर्स किया था. वर्ष 2010 में अंजू येती एयरलाइंस से जुड़ीं थीं. इसी एयरलाइंस कंपनी में अंजू के पति दीपक भी काम करते थे.

अंजू खातिवाड़ा के आखिरी उड़ान की कहानी…

येती एयरलाइंस के एटीआर-72 प्लेन की को-पायलट के रूप में अंजू खातिवाड़ा की यह आखिरी उड़ान थी. इस प्लेन की सफल लैंडिंग के बाद अंजू को प्रमोट किया जाना था, जिसके बाद वो को-पायलट से कैप्टन यानि चीफ पायलट बन जाती और इसके लिए उन्हें लाइसेंस भी लेना था. लाइसेंस के लिए अंजू को कम से कम 100 घंटे का फ्लाइंग एक्सपीरियंस जरूरी था. नेपाली मीडिया के मुताबिक, एटीआर-72 प्लेन के कैप्टन कमल केसी ने काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पोखरा जाने के दौरान मुख्य पायलट की सीट अंजू खातिवाड़ा को दी थी. लेकिन, लैंडिंग से महज 10 सेकेंड पहले प्लेन दुर्घटना का शिकार हुआ और अंजू के सपने चूर-चूर हो गए.

 

Nepal Plane Crash Anju Khatiwada Yeti Airlines

 

अंजू खातिवाड़ा की मौत के बाद येती एयरलाइंस के अधिकारी और कर्मचारी उन्हें एक काबिल पायलट के तौर पर याद करते हैं. अधिकारी के मुताबिक, अंजू कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार रहती थीं. वो पहले भी पोखरा के लिए उड़ान भर चुकी थीं. अंजू को उड़ान का लंबा अनुभव था. येती एयरलाइंस के सूत्रों के मुताबिक, अंजू ने 6,300 घंटों से ज्यादा प्लेन उड़ा चुकी थीं. उन्हें 21,000 घंटे से ज्यादा प्लेन उड़ाने का अनुभव था. वो काठमांडू, भद्रपुर, बिराटनगर और धांगड़ी के अलावा कई और एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर चुकी थीं. उनका शव मिल गया है और उसकी पहचान भी हो गई है.

Nepal Plane Crash Anju Khatiwada Yeti Airlines

 

को-पायलट से कैप्टन बनना चाहती थीं अंजू…

अंजू को को-पायलट से कैप्टन बनना था. प्लेन एटीआर-72 को सीनियर कैप्टन कमल केसी चला रहे थे, जबकि अंजू प्लेन की को-पायलट थीं. उस समय प्लेन को सफलतापूर्वक लैंड कराने के लिए उन्हें कैप्टन की सीट पर बैठना पड़ा था, लेकिन प्लेन नेपाल के पोखरा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इससे पहले नेपाल के लगभग सभी एयरपोर्ट्स पर अंजू ने सफलतापूर्वक प्लेन की लैंडिंग कराई थी.

गौरतलब है कि 15 जनवरी को नेपाल में हुए प्लेन क्रैश से कुछ समय पहले का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा वायरल हो रहा था. इस वीडियो को यूपी के गाजीपुर निवासी सोनू जायसवाल ने बनाया था. यह वीडियो प्लेन दुर्घटना से मात्र 10 सेकेंड पहले का था.

 

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