न पाक के रहे, न भारत के… टीना डाबी के आदेश पर बेघर हो गए 28 हिंदू परिवार

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‘न घर के रहे न घाट के…’ ये कहावत पाकिस्तान से निकाले गए उन 28 हिंदुओं परिवारों पर सटीक बैठती है, जो अब भारत में लौटकर भी बेघर हो गए। यहां बात उन 28 हिंदू परिवारों की हो रही है, जो राजस्थान के जैसलमेर जिले में अमर सागर इलाके में रह रहे थे। जिनके घरों पर डीएम टीना डाबी ने बुलडोजर चलवा दिया। ये हिंदू परिवार पाकिस्तान के आतंक से बचकर भारत आए थे, लेकिन अब भारत में भी इनसे बसेरा छीन लिया गया।

लखनऊ: राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित अमर सागर इलाके में रह रहे 28 हिंदू परिवारों के घरों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें बेघर कर दिया गया। ये सभी हिंदू परिवार पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए थे। एक अरसे से ये हिंदू परिवार अमर सागर इलाके में ही रह रहे थे। मंगलवार को जैसलमेर की जिला कलेक्टर टीना डाबी के आदेश के पर जिला प्राशासन ने 28 पाकिस्तानी हिंदू-घरों को अवैध बताते हुए बुलडोजर से गिरा दिया। जिससे ये हिंदू परिवार भीषण गर्मी में सड़कों पर रहने को मजबूर हो गए हैं।

घर टूटा तो धरने पर बैठे विस्थापित हिंदू परिवार

वहीं, जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से नाराज पाकिस्तान से विस्थापित हिंदुओं ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया। इन हिंदू परिवारों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनके घरों को आग लगा दी गई है। इन लोगों ने आरोप लगाया कि जिला प्राशासन ने जबरन उन्हें उनके घर से बेदखल किया। साथ ही विरोध करने पर महिलाओं के खिलाफ निर्दयी तरीके से बल प्रयोग भी किया।

बुलडोजर कार्रवाई की झड़प में घायल हुई 3 महिलाएं

जानकारी के मुताबिक, प्रशासन की इस कार्रवाई में तीन महिलाओं को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जब तक उन्हें किसी और जगह पर बसाया नहीं जाता, वो धरने से नहीं उठेंगे।

बुलडोजर कार्रवाई के बाद रोती-बिलखती महिलाएं

कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी हिंदू महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है, सड़क पर सामान बिखरा पड़ा है और इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। प्रशासन के आगे महिलाओं से लेकर बच्चे तक हाथ जोड़ते रहें, लेकिन डीएम टीना डाबी के आदेश के आगे नतमस्तक प्रशासन व पुलिस घर गिराने में आमदा रहीं। इस दौरान कई परिवारों का सामान सड़कों पर बिखरा दिखाई दिया तो कई परिवारों के लोग रोते-बिलखते दिखाई दिए। अपने आशियाना को अपनी आंखों के सामने गिरता देखकर इन हिंदू परिवारों का हाल बेहद ही हृदय  विदारक रहा। भीषण गर्मी में सड़कों पर रहने के चलते  इनमें से कुछ की तबीयत खराब हो गई। जिन्में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

पाक आंतक से बचे तो भारत में फंसे

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में आतंक और सरकार के दमन से बचकर किसी तरह भारत आए ये लोग काफी वक्त से अमर सागर में रह रहे थे, लेकिन  जिला कलेक्टर टीना डाबी के आदेश पर इनके घरों को जमीदोज़ कर दिया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई का इन हिंदू परिवारों की महिलाओं ने विरोध भी किया, लेकिन भारी पुलिसबल के साथ पहुंची प्रशासन की टीम ने इनके घरों को गिरा दिया। अब इस भीषण गर्मी में इन लोगों के सिर पर कोई छाया नहीं है। महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है, सड़क पर सामान बिखरा पड़ा है और इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

सिर से छिन गई छत, ठिकाना तलाशने को मजबूर

बता दें कि पाकिस्तान में सताए गए हिंदू बड़ी संख्या में राजस्थान में बॉर्डर के पास के जिलों में आकर बसे हुए हैं। सीमा पार होने वाले उत्पीड़न से परेशान होकर भारत आए इन हिंदुओं की हालत यहां भी कुछ खास अच्छी नहीं है। लेकिन फिर भी इनके सिर पर छत थी और कम से कम से बगैर किसी डर के अपनी जिंदगी गुजार रहे थे। हालांकि जैसलमेर प्रशासन की हालिया कार्रवाई ने इनके सामने एक बार फिर बड़ा संकट पैदा कर दिया है। अब इन परिवारों के सिर पर न छत है, और न ही कोई ऐसा ठिकाना जिसे वे फिलहाल अपना कह सकें।

 

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