न हाथरस हादसे से सबक, न अपील का असर, धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन पर उमड़ा जनसैलाब…
एक दिन पहले ही हाथरस के सत्संग में हुए भीषण हादसे का जख्म अभी भरा भी नहीं है कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के 28वें जन्मदिन के मौके पर भारी संख्या में भक्त छतरपुर उनके धाम पहुंच गए हैं. ऐसे में भारी भीड़ को देखकर प्रशासन की तरफ से भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और पूरे छतरपुर को किसी छावनी के रूप में तब्दील कर दिया गया है. इसके अलावा जिला प्रशासन के कार्यपालिका मजिस्ट्रेटों को भी कलेक्टर ने बागेश्वर धाम में तैनात किया है. दूसरी ओर इन सबकों देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि लोगों ने न तो हाथरस में हुए हादसे से सबक लिया और ना ही धीरेंद्र शास्त्री की अपील का उनपर कोई असर हुआ.
भारी भीड़ ने बढाई प्रशासन की चिंता
हर साल की तरह इस साल भी 4 जुलाई को पंडित धीरेंद्र शास्त्री के 28वें जन्मदिन पर भव्य तैयारी का आयोजन किया गया है. इसके लिए देश भर से पहुंच रहे भक्तों के भारी हुजूम ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी है. इस बार तय अनुमान से तकरीबन तीन से चार गुना भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. ऐसे में डरा देने वाली बात यह है कि भीड़ की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इन सबकों देखते हुए मध्य प्रदेश पुलिस अलर्ट मोड पर है. ग्राउंड पर दर्जनों अधिकारियों की टीम को उतारा गया है. वहीं जिलों से अतिरिक्त फोर्स भी बुलाई गई है ताकि भीड़ की वजह से फिर से हाथरस कांड न दोहराया जाए.
भक्तों पर बेअसर रही धीरेंद्र शास्त्री की अपील
दरअसल, धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन से पहले हाथरस में आयोजित सत्संग के दौरान बड़ा हादसा सामने आया था. वहां भारी भीड़ में मची भगदड़ में तकरीबन 121 लोग मारे गए, वहीं भारी संख्या में लोग अभी भी जख्मी बताए जा रहे हैं. ऐसे में हर साल बाबा के जन्मदिन पर उमडने वाली भीड़ के अनुमान को मद्देनजर रखते हुए कल धीरेंद्र शास्त्री ने एक वीडियो से माध्यम से अपने भक्तों से एक अपील की थी. उन्होंने कहा था कि हमारे जन्मदिन पर भक्त अपने घर पर ही रहे और बागेश्वर धाम न आने की बात उनसे कही थी. साथ ही इसका कारण हाथरस में हुए सत्संग हादसे को बताया था.
भक्तों से की थी ये अपील
सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर धीरेंद्र शास्त्री ने अपील करते हुए कहा था कि, ”4 जुलाई को मेरे जीवन की आयु का एक वर्ष कम हो जाएगा. बहुत व्यापक तरीके से अद्भुत आनंद उत्सव की तैयारियां चल रही हैं. लेकिन इस वीडियो के माध्यम से हम एक निवेदन और प्रार्थना आपसे करना चाह रहे हैं. 4 जुलाई के उत्सव के लिए दूर-दूर से आ रहे बागेश्वर धाम से जुड़े लोग हमारे प्रियजन हैं. हमारी एक प्रार्थना है कि आप लोग हमारी अपील माने तो हमें अपार प्रशंसा होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि, 1 तारीख से ही जन समुदाय और बागेश्वर धाम के भक्तों की भीड़ बहुत ज्यादा हो गई है. उन्होंने सुरक्षा के दृष्टिकोण से अपील किया कि लोग अपने घर से ही उत्सव मनाएं. उन्होंने सुझाव दिया कि उनकेजन्म दिन पर भक्त हनुमान चालीसा और वृक्षारोपण करके उत्सव मनाएं.”
हाथरस में कैसे हुआ था हादसा ?
गौरतलब है कि भोले बाबा के सत्संग में करीब सवा लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे. ऐसे में सत्संग खत्म होने के बाद हर किसी को निकलने की जल्दी थी, क्योंकि पांडाल में लोग भारी भीड़ की वजह से गर्मी और उमस से परेशान थे. वहीं सत्संग समाप्त होते ही बाबा का काफिला भी निकल पड़ा . ऐसे में भक्त बाबा के दर्शन करना चाहते थे और उनकी गाड़ी पर पड़ी धूल और उनके चरण रज लेने के लिए लोग गाड़ी के पीछे भागने लगे. दूसरी ओर जिस सड़क पर बाबा का काफिला जा रहा था उस पर ही बगल में 5 से 6 फीट की खाई थी.
Also Read: वादा नहीं हुआ पूरा तो राजस्थान के इस कैबिनेट मंत्री ने दिया इस्तीफा…
ऐसे में लोग बढ़ती भीड़ में संभल नहीं पाए और खाई में गिरने लगे. साथ ही, बारिश की वजह से सड़क के किनारे खेत में पानी और कीचड़ भी था. भागते हुए लोग कीचड़ में गिर गए. वहीं पीछे से आ रही भीड़ ने उन्हें कुचल दिया. एक के बाद एक लोग गिरते चले गए. इसमें खासकर महिलाओं और बच्चों के ऊपर से लोग चले गए और देखते ही देखते भक्ति का सत्संग लाशों के सत्संग में तब्दील हो गया था.