भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर ओलम्पिक गोल्ड मेडेलिस्ट 24 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने 88.44 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ डायमंड लीग फाइनल को जीता और इतिहास रच दिया, ये ख़िताब जितने वाल वो पहले भारतीय खिलाडी बन गए है। इससे पहले भी 2017 व 2018 में में भी नीरज ने फाइनल में क्वालिफाई किता था किंतु वह जीत न हासिल कर पाए और उन्हें सातवें और चौथें स्थन से ही संतुष्टि करनी पड़ी. लेकिन इस बार की डायमंड ट्रॉफी जीतकर उन्होंने ये कामयाबी हासिल की और इतिहास रच दिया।
डायमंड लीग फाइनल में चेक गणराज्य के जैकब वाडलेच 86.94 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ दूसरे और जर्मनी के जूलियन वेबर (83.73) तीसरे नंबर पर रहे
बता दे की डायमंड लीग के फ़ाइनल में नीरज की शुरुवात ख़राब रही और उनका पहला ही थ्रो फाउल रहा किन्तु शानदार वापसी के साथ नीरज का दूसरा थ्रो 88.44 का था इस थ्रो के साथ नीरज ने अपने प्रतिद्वंद्वी पर बढ़त बना ली और तीसरे थ्रो में नीरज ने 88.00 मीटर और चौथे, पांचवे और छटवे में क्रमशः 86.11 मीटर, 87.00 मीटर और 83.60 मीटर दूर का भला फेका।
डायमंड लीग फाइनल में नीरज चोपड़ा का थ्रो :
पहला प्रयास – फाउल
दूसरा प्रयास – 88.44 मीटर
तीसरा प्रयास- 88.00 मीटर
चौथा प्रयास- 86.11 मीटर
पांचवां प्रयास- 87.00 मीटर
छठा प्रयास- 83.60 मीटर
नीरज ने इस साल जुलाई महीने में विश्व चैम्पियनशिप में 88.13 मीटर के थ्रो से ऐतिहासिक रजत पदक जीता था. किन्तु उस मकाबले के दौरान ही वो चोटिल हो गए और 2022 में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग न ले पाए जिसके बाद उन्होंने धमाकेदार कमबैक किया है. और डायमंड लीग जीत इतिहास रचा