NDTV के पत्रकार अजय सिंह ने ‘रामनाथ गोयनका अवॉर्ड’ जीत बढ़ाया काशी का मान
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने बुधवार (22 मार्च, 2023) को पत्रकारिता में सबसे प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवॉर्ड बांटे। कोरोना महामारी के कारण तीन साल बाद रामनाथ गोयनका अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन किया गया था। कोरोना महामारी ने लोगों के जीवन और आजीविका को काफी प्रभावित किया। इसके चलते तीन साल से लोगों का जीवन ठहर सा गया। बुधवार को रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवॉर्ड्स सेरेमनी में 2019 और 2020 के विजेताओं को सम्मानित किया गया।
साल 2019 के पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा कर दी गई थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण उन्हें व्यक्तिगत रूप से सम्मानित नहीं किया जा सका था। इस बार कुल मिलाकर दो साल के 43 विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
काशी के अजय सिंह ने बढ़ाया मान…
धर्म नगरी काशी से एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार अजय सिंह ने भी अवार्ड पाके काशी का मान बढ़ाया है यह अवार्ड 2020 में खेल की श्रेणी में प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवार्ड दिया गया, दरअसल यह अवार्ड उन्हें अपनी एक स्टोरी पर मिला जिसमे उन्होंने ने बताया कि किस तरह उत्तर प्रदेश में कोच खिलाड़ियों का हुनर तरसने में बेहाल है कोई समोसे पकोड़े बेच रहा है कोई तिहारी पर बिजली का काम कर रहा है. इस शानदार स्टोरी के लिए उन्हें रामनाथ गोयनका अवार्ड से सम्मानित किया गया
जानें उनके बारे में…
पत्रकारिका के क्षेत्र में आने से पहले अजय सिंह ने तमाम संघर्षो का सामना किया, शुरुआती दौर में आकाशवाणी और फिर बाद में बॉलीवुड का भी दरवाजा खटखटा चुके है. उसके बाद वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में लगातार अग्रसर रहे है जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें आज ‘रामनाथ गोयनका अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया
रामनाथ गोयनका अवॉर्ड के बारे में…
पत्रकारिता के क्षेत्र में सर्वोत्तम काम करने वाले अलग-अलग विधाओं के पत्रकारों को हर साल रामनाथ गोयनका अवॉर्ड दिया जाता है. इनमें पत्रकारिता में काम करने वाले प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के पत्रकारों को ये सम्मान दिया जाता है. साल 2020 में कोविड-19 महामारी ने जीवन में एक ठहराव ला दिया था जिससे मानव जीवन और आजीविका को प्रभावित किया था. इस वजह से दो साल तक इस सम्मान को दिया नहीं जा सका था.
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