पूर्व क्रिकेटर व राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों पटियाला जेल में कैद हैं. सिद्धू, लगभग 34 साल पुराने रोडरेज मामले में एक साल की सजा काट रहे हैं. बता दें कि जेल में बंद सिद्धू को वहीं पर ही क्लर्कियल काम के लिए सहायक नियुक्त किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जेल अधिकारियों ने बताया कि सिद्धू ने अपना काम मंगलवार से शुरू कर दिया था. सिद्धू 2 शिफ्ट में सहायक की नौकरी करेंगे, जोकि सुबह 09:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और फिर दोपहर के 03:00 बजे से शाम के 05:00 बजे तक की होगी. जेल के जो नियम हैं, उसके मुताबिक सिद्धू को पहले 3 महीने ट्रेनिंग पीरियड में काम करना होगा. इसके बाद उन्हें अकुशल, अर्ध-कुशल व कुशल कैदी की श्रेणी में रखा जाएगा. श्रेणी के आधार पर उन्हें 30 रुपये से 90 रुपये के बीच सैलरी मिल सकती है.
बता दें कि 27 दिसंबर, 1988 को एक पार्किंग में नवजोत सिंह सिद्धू की पटियाला निवासी गुरनाम सिंह से विवाद हो गया था. सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर सिंह संधू ने कथित तौर पर गुरनाम सिंह को उनकी कार से खींचकर मारा था. बाद में उनकी अस्पताल में मौत हो गई. एक चश्मदीद ने सिद्धू पर गुरनाम सिंह के सिर पर वार कर हत्या करने का आरोप लगाया था.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब जेल के एक अधिकारी ने बताया कि ‘नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है. वहीं उनके स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों को देखते हुए कागजी काम पर रखा गया है.’ अधिकारी ने आगे बताया कि ‘सिद्धू नौकरी करते हुए जेल रिकॉर्ड बनाए रखने में सहायता करेगा.’ बताते चले कि मेडिकल बोर्ड की सिफारिश पर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जेल में सिद्धू को स्पेशल डाइट की अनुमति दी है. उन्हें पटियाला जेल के बैरक नंबर 10 में रखा गया है.