नाटी इमली का भरत मिलाप: लापरवाही में चौकी इंचार्ज निलंबित, लाठीचार्ज को पुलिस ने नकारा
नाटी इमली के भरत मिलाप के इतिहास में पहली बार उत्पन्न हुई अफरा-तफरी ..
नाटी इमली के भरत मिलाप के 481 वर्ष के इतिहास में पहली बार दुर्व्यवस्था दिखी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियां पटकनी पड़ी. इस दौरान उत्पन्न हुई अफरा-तफरी की स्थिति के बीच कई लोग घायल हो गए. पीड़ितों ने व्यवस्था को लेकर पुलिस को खूब कोसा. दूसरी ओर बेकाबू भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस पर लगे लाठी चार्ज के आरोप को कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों ने नकार दिया है.
गौरतलब है कि रविवार को भरत मिलाप प्रारंभ होने से कुछ देर पहले पुलिस ने लीला मैदान के पश्चिम-उत्तर के कोने वाले द्वार से श्रद्धालुओं का प्रवेश रोकने के लिए भीड़ को पीछे धक्का देना शुरू किया था.
यदुवंशी समाज के लोग भगवान का पुष्पक विमान लेकर पहुंचे थे लीला मैदान
भीड़ रोकने के इस प्रयाय से भी बात नहीं बनी तो पुलिस कर्मियों ने हवा में लाठियां तानना और जमीन पर पटकना शुरू कर दिया. पुलिस की लाठी से बचने के प्रयास में कई लोग गिर गए. इस आपाधापी में कई लोग चोटिल हो गए. वहीं, यादव बंधुओं के अलावा करीब डेढ़ दर्जन लोग पश्चिमोत्तर द्वार के बाहर गिर पड़े. इससे पहले कि लोगों का हुजूम इनके ऊपर चढ़ जाता, आसपास खड़े कुछ युवकों ने जमीन पर गिरे लोगों को खींच-खींच कर किसी तरह उन्हें उठाकर वहां से हटाया. यह सारा वाकया तब हुआ जब यदुवंशी समाज के लोग भगवान का पुष्पक विमान लेकर के पश्चिमोत्तर गेट पर पहुंचे थे.
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बैरिकेडिंग के नीचे से मैदान में घुसने लगे लोग
लीला प्रेमियों का आरोप रहा कि विमान आता हुए देखकर भी पुलिस वालों ने बैरिकेडिंग नहीं खोली जिससे कई टन वजनी विमान लेकर आ रहे यदुवंशियों को पीछे होना पड़ा. इसी बीच कुछ लोग बैरिकेडिंग के नीचे से मैदान में घुसने की कोशिश करने लगे. उन चंद लोगों को अंदर प्रवेश देने के बजाय पुलिस वालों ने उन्हें बाहर धकेलना शुरू कर दिया.
यदुवंशी समाज ने की यह घोषणा
इस बीच आधी खोली गई बैरिकेडिंग फिर से बंद कर दी गई. नतीजा यह हुआ कि यदुवंशियों को विमान लेकर दोबारा पीछे जाना पड़ा. इस दौरान विमान के पीछे खड़ी महिलाएं भी इसकी चपेट में आकर घायल हो गईं. लीला स्थल पर पुलिस की इस बदइंतजामी से आहत यदुवंशी समाज के लोगों ने अचानक यह घोषणा कर दी कि भगवान का पुष्पक विमान नहीं उठाया जाएगा. इतना सुनते ही पुलिस वालों के हाथपांव फूल गए. मौके पर मौजूद अधिकारी यदुवंशियों का मानमनौवल करने में जुट गए.
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पुलिस पर लगा लाठी चार्ज का आरोप, अधिकारियों ने नकारा
नाटी ईमली में भरत मिलाप के दौरान बेकाबू भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस पर लगे लाठी चार्ज के आरोप को कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों ने नकार दिया है. पुलिस का कहना था कि कार्यक्रम स्थल पर अचानक से भीड़ अनियंत्रित हो गई थी. उसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को जहां काफी मशक्कत करनी पड़ी वहीं कड़ाई से भीड़ को पीछे ढकेला गया. वहीं यह बात सामने आई कि भक्तों पर लाठी चार्ज किया गया जो गलत है.
चौकी इंचार्ज नपे
वहीं दूसरी तरफ भीड़ नियंत्रण में विफल और ठीक से जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं करने में तत्काल प्रभाव से नाटी ईमली चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अशोक कुमार सिंह को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने निलंबित कर दिया है. वहीं प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो पुलिस ने भीड़ नियंत्रण के लिए लाठी भांजी जिससे कुछ लोगों को चोट भी आई. हालांकि इस आरोप को पुलिस नकार रही है.