महाराष्ट्र में बदले दो सेतु के नाम, अब वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम होगा ‘वीर सावरकर सेतु’
उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अब महाराष्ट्र में भी नामकरण की प्रथा को फॉलो किया जा रहा है। महाराष्ट्र में अब वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम बदलकर वीर सावरकर सेतु और मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति न्हावा शेवा अटल सेतु कर दिया गया है। इसकी घोषणा आज बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की है।
महाराष्ट्र में बदले दो सेतु के नाम
बता दें, उत्तर प्रदेश में प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यानाथ ज्यादा तर स्थानों के नाम महापुरुषों के नाम पर बदलते जा रहे हैं। अब यूपी की तरह ही महाराष्ट्र में भी महापुरुषों के नाम पर नाम बदलना शुरू हो गया है। इसकी शुरूआत आज महाराष्ट्र एकनाथ शिंदे ने कर दी है। आज से वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक को वीर सावरकर सेतु के नाम से जाना जाएगा। इसी के साथ मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) को अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति न्हावा शेवा अटल सेतु के नाम से बुलाया जाएगा।
बैठक में लिया गया फैसला
वहीं, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) का नाम बदलने का निर्णय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया है। इस बैठक में महाराष्ट्र सरकार ने और भी कई बड़े फैसले किये हैं। इनमें महाराष्ट्र कैबिनेट ने महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योग की सीमा को ₹2 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख करने का भी निर्णय लिया है।
17.17 किमी लंबा है पुल
गौरतलब है कि सेतु का नाम बदलने की घोषणा 28 मई को हिंदुत्व विचारक की 140वीं जयंती पर की गई थी। पिछले महीने एकनाथ शिंदे ने घोषणा की थी कि वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम सावरकर के नाम पर रखा जाएगा। इसी के तहत अब इसका नाम स्वातंत्र्य वेर सावरकर सी लिंक रखा गया है जो वर्तमान में मुंबई में निर्माणाधीन है। 17.17 किलोमीटर (10.67 मील) लंबा पुल अंधेरी के उपनगर वर्सोवा और बांद्रा में बांद्रा-वर्ली सी लिंक के बीच कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। आठ लेन का समुद्री लिंक मेट्रो शहर में यातायात की भीड़ को कम करने में मदद करेगा। आगामी वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक तटीय सड़क परियोजना के हिस्से के रूप में अंधेरी को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जोड़ेगा। एमटीएचएल मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ेगा। सी लिंक का निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
इस संबंध में सीएम शिंदे ने बताया, “हमने महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना की सीमा को ₹2 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख करने का भी बड़ा निर्णय लिया है और यह राज्य के सभी लोगों को दिया जाएगा।”
40 हजार के निवेश प्रस्ताव को हरी झंडी
महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में आज जन आरोग्य योजना के विस्तार के अलावा, राज्य कैबिनेट ने ₹40,000 करोड़ के निवेश प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी है। सीएम शिंदे ने दावा किया है कि निवेश के हालिया फैसले से राज्य को 1,20,00 नौकरियां पैदा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में राज्य फिर से नंबर 1 बन गया है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा कहा गया है कि 40,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी है। इससे 1,20,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। कई उद्योग महाराष्ट्र में आ रहे हैं क्योंकि हमारे राज्य में बहुत संभावनाएं हैं। सीएम एकनाथ शिंदे ने बुधवार को बैठक के बाद कहा, अब महाराष्ट्र एफडीआई में फिर से नंबर 1 बन गया है।
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