मुंबई में ‘गुरुजी’ को भाषण की अनुमति नहीं
मुंबई पुलिस ने रविवार को संभाजीराव भिडे ‘गुरुजी’ के व्याख्यान को अनुमति नहीं दी है, इसलिए आयोजकों ने इसे कुछ दिनों के लिए टाल दिया है। इधर, गुरुजी ने खुद सामने आकर पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। गुरुजी के बचाव में राकांपा के सांसद उदयराजे भोसले भी सामने आ गए हैं। उन्होंने कहा, ‘गुरुजी मेरे पिता के समान हैं और मेरे मन में उनके प्रति बेहद सम्मान है। उनके खिलाफ बोलने की काबिलियत किसी में भी नहीं है।
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गुरुजी के समर्थन में श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान भी आगे आया है। शुक्रवार को संगठन से जुड़े नीरज दशरथ भोसले, बलवंत दलवी और चेतन विश्वनाथ भास्कर ने कहा, ‘1 जनवरी को भीमा-कोरेगांव की घटना में गुरुजी का नाम आना दुर्भाग्यपूर्ण है। उस दिन गुरुजी पुणे में नहीं, सांगली में थे। इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए।’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘कुछ जातिवादी शक्तियां हिंदू संगठनों में फूट डालने के लिए इस तरह के काम कर रही हैं। भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर अपने स्वार्थ के लिए गुरुजी पर आरोप लगा रहे हैं।’
‘बाहरी लोगों का हाथ’
भीमा-कोरेगांव हिंसा के लिए स्थानीय लोगों ने बाहर से आए लोगों को दोषी बताया है। उनका यह भी दावा है कि बडे पैमाने पर होने वाले उस आयोजन में पर्याप्त सुरक्षा नहीं थी। इसीलिए ऐसे हालात बने। भीमा-कोरेगांव की सरपंच सुनिता कांबले कहा कि दलित और मराठा समेत गांव के सभी समुदाय अमन से रहते हैं।
बाबासाहब पर सवाल उठाकर घिरे जिग्नेश
गुजरात में कांग्रेस के सहयोग से विधायक बने जिग्नेश मेवाणी अब एक नए विवाद में घिरते दिख रहे हैं। हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ को मिले एक विडियो में जिग्नेश संविधान निर्माता बाबासाहब भीमराव आंबेडकर की आलोचना करते दिख रहे हैं। इस विडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा ने कांग्रेस और जिग्नेश मेवाणी पर जमकर निशाना साधा है।
nbt
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