भाजपा सांसद सावित्री बाई फूले ने पार्टी से दिया इस्तीफा
हमेशा से अपने बयानों को लेकर सुर्खियां बटोरने वाली बहराइच सांसद सावित्री (Savitri) बाई फूले एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं। यूपी के बहराइच से सांसद सावित्री बाई फूले ने गुरुवार को भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
योगी सरकार के लिए बड़ा झटका लगा है। काफी समय से पार्टी से नाराज चल रही थी। उन्होंने कहा कि भाजपा समाज को बांटने का काम कर रही है। पार्टी की कार्यशैली से नाराजगी के चलते उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
आपको बता दें कि हाल ही में उन्होंने सीएम योगी के भगवान हनुमान को दलित बताए जाने वाले बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी कहा था कि भगवान हनुमान मनुवादी लोगों के गुलाम थे। इतना ही नहीं, सांसद ने यहां तक कह डाला कि अगर भगवान राम में शक्ति होती तो अयोध्या में मंदिर बन गया होता।
सांसद ने भगवान राम को मनुवादी बताया और कहा कि हनुमान मनुवादी लोगों के गुलाम थे। उन्होंने कहा कि अगर वह दलित नहीं थे तो उन्हें इंसान क्यों नहीं बनाया गया? उन्हें बंदर क्यों बनाया गया? उनका मुंह क्यों काला किया गया…? उन्होंने इन सवालों के जवाब में कहा कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि वह दलित थे।
हम दलितों को इंसान नहीं समझा जाता था
उन्होंने कहा कि दलितों और पिछड़ों को बानर और रक्षक कहा जाता था। हनुमान एक इंसान थे लेकिन उन्हें बंदर बनाया गा। यह सब भगवान राम ने किया। उन्होंने दावा किया कि हनुमान दलित थे इसलिए उन्हें अपमानित किया गया था। हम दलितों को इंसान नहीं समझा जाता था। सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मुद्दा विचाराधीन होने के मामले में सांसद ने कहा कि बीजेपी के पास कोई दूसरा मुद्दा नहीं है, इसलिए इसे उछाल रही है।
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