NDA में शामिल होने पर सांसद चंद्रशेखर आजाद की दो टूक, जानें क्या कहा-
यूपी: देश में लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद अब नई सरकार का गठन होने जा रहा है. नरेंद्र मोदी कल तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ लेंगे. इसी सब के बीच उत्तर प्रदेश के नगीना से सांसद बने आज़ाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अगर एनडीए वाले उन्हें प्रधानमंत्री भी बना देंगे तो भी वो उस गठबंधन में शामिल नहीं होंगे.
नगीना की जनता को धोखा नहीं दूंगा…
चंद्रशेखर ने कहा कि – नगीना की जनता ने मुझे उनके हितों की रक्षा के लिए वोट दिया है. संविधान के विरोधियों को सबक सिखाने के लिए वोट दिया है. देश के लिए राजनितिक शक्ति जरूरी लेकिन उसके लिए विचारधारा से समझौता नहीं. ऐसे में जब NDA संविधान बदलने की बात कर रहा है तो बिलकुल शामिल होने का तो सवाल ही नहीं उठता.
चंद्रशेखर की जीत के मायने क्या हैं?
नगीना से सांसद ने कहा, “मैं किसी का विपक्ष नहीं हूं. नगीना में दलित पिछड़े मुसलमान का गठजोड़ बना है. अगर यही मौका मुझे यूपी में मिला तो यूपी में बहुत बड़ा बदलाव होगा. राजनीति एक कला है जिसे समझने में बहुत वक्त लगा. हम तो वंचित हैं लेकिन हमारा समाज वंचित न रहे इसलिए लड़ना है और उनको मजबूत बनाना है.
BJP की जीत हार जैसी…
चंद्रशेखर ने कहा कि BJP की जीत एक हार जैसी है. सत्ता दल अगर इतना अच्छा होता तो इतनी कम सीटें ना आतीं. यह एक हार जैसी है. सत्ता दल ने 400 का दावा किया था और जनता ने उन्हें कहां लाकर छोड़ा. अगर बीजेपी के शीर्ष नेता डैमेज कंट्रोल न किए होते तो उनकी सीटें 200 से भी कम रहतीं. आजाद समाज पार्टी अपने हितों के लिए काम करेगी. मैं पद प्रतिष्ठा के लिए राजनीति में नहीं आया हूं.
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जान दे दूंगा लेकिन संविधान नहीं बदलने दूंगा…
चंद्रशेखर ने कहा कि किसी भी हालत में बाबा साहब आंबेडकर के लिए संविधान को नहीं बदलने दूंगा चाहे मुझे अपनी जान क्यों न देनी पड़े. सदन में बैठकर मैं हमेशा दलितों, पिछड़ों, गरीबों, मजलूमों और बेरोजगारों की आवाज उठाता रहूँगा. अगर किसी ने भी संविधान से छेड़खानी करने की सोंची तो उसे मेरे जान से खेलना होगा.