मुंबई निवासिनी युवती शिनोवा ने अदालत में भारतीय जनता पार्टी के नेता रवि किशन के खिलाफ दीवानी मुकदमा दायर कर दावा किया है कि गोरखपुर के सांसद उसके जैविक पिता हैं. युवती ने मलाड की डिंडोशी अदालत में दायर याचिका में अदालत से डीएनए परीक्षण कराने की मांग की है. शिनोवा ने उसे अभिनेता से नेता बने रवि किशन की जैविक पुत्री घोषित करने का अदालत से गुहार लगाई है. चुनावी माहौल में रवि किशन पर खड़े हुए यह सवालों ने उनकी मुश्किलें बढ़ दी हैं.
याचिका दायर करनेवाली युवती का दावा है कि वह अपर्णा सोनी के साथ भाजपा नेता के रिश्ते से पैदा हुई है.
निषेधाज्ञा जारी करने का अदालत से किया अनुरोध
युवती ने वह निषेधाज्ञा जारी करने का अदालत से अनुरोध किया जिसके तहत रवि किशन किसी भी प्रकार उसे अपनी जैविक पुत्री मानने से इनकार न करें. युवती ने सार्वजनिक तौर पर किशन को अपना जैविक पिता घोषित करने के बाद उत्तर प्रदेश में सोनी और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द करने के लिए बम्बई उच्च न्यायालय के समक्ष एक रिट याचिका भी दायर कर दी है. गौरतलब है कि तीन दिन पहले रवि किशन की पत्नी प्रीति शुक्ला की शिकायत पर लखनऊ में आईपीसी की धारा 120बी, 195, 386, 504 के तहत मामला दर्ज किया गया था. उधर, वकील अशोक सरोगी और जय यादव के जरिये दायर शिनोवा की रिट याचिका में कहा गया है कि लखनऊ में संबंधित कोई घटना नहीं हुई है. याचिकाकर्ता और प्रीती शुक्ला, रवि किशन मुंबई के निवासी हैं. इसके बावजूद प्राथमिकी उत्तर प्रदेश की राजधानी में दर्ज कराई गयी है.
पत्रकार के रूप में उसकी मां से हुई थी मुलाकात
खुद को सांसद रवि किशन की जैविक पुत्री होने का दावा कर रही सिनोवा ने मलाड की डिंडोशी अदालत में दीवानी मुकदमे में कहा है कि एक पत्रकार के रूप में उसकी मां सोनी की मुलाकात रवि किशन समेत फिल्म जगत से जुड़े लोगों से हुई. सोनी और किशन एक रिश्ते में आये और उन्होंने 1991 में शादी कर ली, कुछ व्यक्तिगत समस्याओं के कारण दोनों लंबे समय तक साथ नहीं रह सके. याचिका में यह दावा किया गया है कि उसका जन्म 19 अक्टूबर 1998 को हुआ था. बाद में पता चला कि किशन पहले से शादीशुदा थे. युवती ने याचिका में कहा कि जरूरत के हर समय में दोनों ने उसकी आवश्यक देखभाल की.
शुभकामना देने गई थीं मां बेटी तो हुआ दुर्व्यवहार
हाल ही में जब शिनोवा और सोनी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा नेता को शुभकामनाएं देने के लिए मिलने गए, तो उन्होंने दुर्व्यवहार किया और उनसे मिलने से भी इनकार कर दिया. इसके बाद सोनी ने किशन की जैविक पुत्री के रूप में शिनोवा के अधिकारों के बारे में जनता को बताने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इसका खुलासा कर दिया. याचिकाकर्ता शिनोवा ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं बताया गया. इसके बावजूद किशन की पत्नी ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी. इस मामले में मुकदमे की सुनवाई 25 अप्रैल को होगी. उधर, रिट याचिका उच्च न्यायालय में अगले हफ्ते सूचीबद्ध होने की सम्भावना है. इन हालातों को देखने से लगता है कि सांसद रवि किशन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. विपक्षियों पर तंज कसनेवाले रवि किशन पर अब विपक्षी हमलावर हो गये हैं.