मोहन भागवत ने लगाई मां विंध्यवासिनी के दरबार में हाजिरी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को विंध्यांचल में मां विंध्यवासिनी के दरबार में हाजिरी लगाई. मां के विधिवत दर्शन-पूजन किये. उनके यहां पहुंचने से पहले धार्मिक अनुष्ठान की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई थी. संघ प्रमुख के लिये पूजा-अर्चना कराने के का कार्य भाजपा विधायक एवं धाम के पुरोहित रत्नाकर मिश्र और उनकी टीम ने संपन्न कराया. दर्शन के बाद वह सड़क मार्ग से वाराणसी के लिये रवाना हो गये.
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देवरहवा बाबा आश्रम में बजरंगबली का किया दर्शन
संघ प्रमुख भागवत तीन दिवसीय काशी प्रवास पर आये हैं. कल यानि सोमवार को गाजीपुर में अब्दुल हमीद पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया था. इसके बाद महुआरी गांव में स्थित हंस बाबा के देवरहवा आश्रम में प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में विधिवत दर्शन-पूजन किये. लड्डू का भोग लगाया. बता दें कि भागवत को इस मंदिर से खासा लगाव है. वह जब भी आसपास के क्षेत्र में आते हैं तो यहां दर्शन करने जरूर जाते हैं. पिछले 2 वर्षों में यह चौथी बार है जब उन्होंने यहां दर्शन किया. इस दौरान उनके साथ संघ के अन्य बड़े पदाधिकारी भी थे. हालांकि आश्रम में चुनिंदा लोगों को प्रवेश दिया गया था. उन्होंने आश्रम के सत्संग में भी हिस्सा लिया. साथ ही आश्रम की गायों को गुड़ खिलाया. इस दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया था.
काशी विश्वनाथ और बाबा काल भैरव का भी करेंगे दर्शन
संघ प्रमुख वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन करेंगे. वहीं काल भैरव के भी दर्शन करने पहुंच सकते है. इसके अलावा संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
शताब्दी समारोह की तैयारियों के लिये पहुंचे हैं काशी
बता दें कि वर्ष 2025 में संघ शताब्दी समारोह मनाएगा. इसी की तैयारियों का जायजा लेने वह बनारस पहुंचे हैं. इसके अलावा कल यानि सोमवार को काशी में संघ की शाखा में शामिल हुए. आरएसएस के पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों को संदेश दिया.