मोदी सरकार का लालबत्ती को ‘रेड सिग्नल’
प्रधानमंत्री मोदी ने देश से वीआईपी कल्चर को ही खत्म कर दिया है। मोदी सरकार ने लाल बत्ती के कल्चर को पूरी तरह खत्म कर दिया है। अब एक मई से पूरे देश में लालबत्ती इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। फैसले के बाद से केंद्रीय मंत्रियों ने तुरंत लाल बत्ती हटाना शुरू कर दिया।
इमरजेंसी सेवाओं में नीली बत्ती का इस्तेमाल
अब सिर्फ एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस जैसी इमरजेंसी सेवाओं में लगी गाडियां ही नीली बत्ती का इस्तेमाल कर सकेंगी। ये फैसला खुद प्रधानमंत्री मोदी ने लिया और इसके बारे में कैबिनेट की बैठक में जानकारी दी। इस फैसले को लागू करने के लिए सेन्ट्रल मोटर वेहिकल रूल 1989 में बदलाव किया जाएगा। इसी नियम के तहत केंद्र सरकार और राज्य सरकारें वीआईपी को गाडियों के ऊपर लाल और नीली बत्ती लगाने की अनुमति देती हैं। इस नियम का रूल का 108 (1) (3) कहता है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारें ये तय करेंगी कि किन गाडियों के ऊपर लाल और नीली बत्ती लग सकती हैं।
मजदूर दिवस पर लागू होगा नियम
आपको बता दें कि जिस दिन ये नियम लागू होगा उस दिन मजदूर दिवस है। 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है।कैबिनेट के फैसलों के बारे में जानकारी देते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बताया कि लाल बत्ती खत्म करने का फैसला खुद प्रधानमंत्री मोदी का था और इसके लिए किसी को कोई ढील नहीं दी जाएगी।
कई मंत्रियों ने लालबत्ती उतारी
कैबिनेट के फैसले के बाद कई केंद्रीय मंत्रियों ने अपनी गाड़ी लालबत्ती उतार दी है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा और गिरिराज सिंह ने अपनी मर्जी से खुशी-खुशी लालबत्ती हटा दी है। केंद्रीय कैबिनेट में लालबत्ती का कल्चर खत्म करने का फैसला किया गया, ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी ने कहा कि जो भी इसका पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।