योगी के मंत्री की बगावत
योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर धरने पर बैठने की घोषणा कर चुके हैं। राजभर अपनी ही सरकार के खिलाफ खड़े हो गए हैं। राजभर के ये बगावत के सुर ऐसे ही नहीं निकल रहे हैं। दरअसल, इन मंत्री साहब की इनके ही जिले सुनवाई नहीं हो रही है।, ऐसा ये खुद कह रहे हैं। कि मैं एक गठबंधन सरकार का जिम्मेदार मंत्री हूं।
राजभर का कहना है कि जब मेरे ही जिलें में मेरी सुनवाई नहीं हो रही है तो मैं किसी दूसरे जिले के लोगों का काम कैसे करवा पाऊंगा। जिसके लिए मंत्री साहब 4 जुलाई से धरने पर बैठने की सरकार को धमकी दे रहे हैं।
मंत्री राजभर का कहना है कि बरदा विकास खंड पर कार्यरत शिक्षा अधिकारी की बहुत शिकायतें मिल रही थीं। जिसमें जांच की बात कही गई लेकिन जांच की जगह उसे अलग से और एक विकास खंड का प्रभार दे दिया गया। मंत्री राजभर का कहना है कि इसके लिए लिए हमने सीएम योगी से मुलाकात की और पूरे मामले को विस्तार से बताया।
Also read : बीजेपी की दलित राजनीति का सच
जिसके बाद सीएम योगी ने उन्हें मंत्री बृजेश पाठक से मिलने को कहा गया। राजभर बताते हैं कि उन्होंने बृजेश पाठक से मिलकर पूरे घटनाक्रम को बताया लेकिन अब तक कोईऊ कार्रवाई नहीं हुई है। उनका आरोप है कि जिलाधिकारी से जनहित के कामों के लिए कहा गया लेकिन एक भी काम नहीं हुआ है।
उनका आरोप है था कि जिलाधिकारी भ्रष्टाचार को बढञावा दे रहे हैं। और बार-बार कहने पर कहते हैं की जब पूर्व सरकार में उनका कोई कुछ नहीं कर पाया तो इस सरकार में क्या होगा।वहीं इस मामले पर जिलाधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
Also read : GST नहीं बनेगी महंगाई की वजह : जेटली
जबकि गाजीपुर के लोगं का कहना है कि ओम प्रकाश राजभर और केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा के बीच मन मुटाव है जिसकी वजह से ऐसा हो रहा है, क्योंकि स्थानीय अधिकारियों पर सिन्हा का अधिक प्रभीव बताया जा रहा है। अब ऐसे में देखना ये होगा कि क्या राजभर अपनी ही सरकार से बगावत करेंगे।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)