चेन्नई में ‘Michong’ तूफान ढाया कहर, 8 की मौत..

इन प्रदेशों में जारी हुआ अलर्ट

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Michong storm : चेन्नई में आए मिचौंग तूफान का असर आंध्र प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक देखने को मिल रहा है. जानकारी के मुताबिक, ये आज आंध्र प्रदेश के बापटला तट पर टकराएगा. इस दौरान इसकी रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है, फिलहाल यह पश्चिम-मध्य और उससे सटे दक्षिण – पश्चिम बंगाल की खाड़ी,दक्षिण आंध्र प्रदेश के तट और उससे सटे उत्तरी तमिलनाडु पर मंडरा रहा है.

तूफान की चपेट में आने से इतने लोगों की हुई मौत

चेन्नई में रविवार को आए मिचौंग तूफान ने प्रदेश में तबाही मचाई हुई है, जिसके चलते पूरे के पूरे 17 शहर जलमय हो चुके है. बताया जा रहा है कि, रविवार को वहां 400-500mm बारिश हुई है. अब हालात यह है कि, पानी अब लोगों के घरों में घुसने लगा है, वही कार और बाइक सड़को पर तैरते नजर आ रही है. बताया यह भी जा रहा है कि, 70 से 80 सालों बाद कहीं बारिश का इतना विकराल रूप देखने को मिल रहा है. 2015 में भी बारिश से हालत खराब हुए थे, लेकिन तब 330mmही बारिश दर्ज की गयी थी, इसके साथ ही बारिश से बिगड़े हालात के चलते चेन्नई में 8 लोंगों की मौत भी हो गयी है .

तूफान से खराब हुए हालत पर काबू पाने के लिए तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में एनडीआरएफ की 21 टीमे तैनात की गई है, इसके अलावा 204 ट्रेने और 70 फ्लाइट्स कैसिल कोस्ट गार्ड, आर्मी और नेवी के जहाज और एयरक्राफ्ट को स्टैडबाय पर रखा गया है.

आंध्र में भी जारी किया गया हाई अलर्ट

तूफान को लेकर आंध्र प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है, इसके अलावा तिरुपति, नेल्लोर, प्रकाशम, बापटला, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी, कोनसीमा और काकीनाड़ा में राज्य सरकार ने रेड अलर्ट घोषित किया है. इसके साथ ही यहाँ सुरक्षा के लिए NDRF और SDRF की 5-5 टीमें तैनात कर दी गयी है. तूफान प्रभावित इलाकों में लोगों को निकालने में मदद करने के लिए 181 राहत कैंप बनाए गए हैं. सरकार ने कहा है कि, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों का सुरक्षित स्थानांतरण सुनिश्चित किया जाए और कोई कम्युनिकेबल बीमारी न फैले.

इन जगहों पर दिख रहा मिचौंग का असर

आपको बता दें कि, दिसंबर माह की पहली तारीख को बंगाल की खाड़ी में “मिचौंग” तूफान आया था, ये धीरे-धीरे भारत में प्रवेश करने लगे और आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में इसका प्रभाव देखने को मिला. मौसम विभाग का अनुमान है कि, ये मंगलवार की सुबह, यानी 5 दिसंबर की सुबह तक आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों से टकराएंगे और बुधवार तक इसका असर रहेगा.

 

ऐसे में जब तक मिचौंग का असर खत्म नहीं होता है तब तक इसका प्रभाव आंध्र प्रदेश के अलावा ओडिशा, पुडुचेरी-तेलंगाना, झारखंड, छत्तीसगढ, बंगाल, कर्नाटक, अंडमान एंड निकोबार और केरल में देखने को मिलेगा. हालांकि, तेलंगाना सरकार ने मिचौंग तूफान को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. वही पुडुचेरी के समुद्री इलाकों के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है. इसके अलावा बाकी इलाको में हल्की बारिश की आशंका है.

इस मुश्किल घड़ी से निपटने के लिए बुलाई गयी समीक्षा बैठक

तूफान से बिगड़े हालतों से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने समीक्षा बैठक बुलाई थी, सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने अधिकारियों को जान- माल के नुकसान से बचाने के लिए तूफान को बड़ी चुनौती के रूप लेने का निर्देश दिया है. क्योकि, 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के चलने की आशंका है. इसके साथ ही रेड्डी का कहना है कि, ”चक्रवात प्रभावित सभी जिलों के लिए विशेष अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, बचाव और राहत कार्यों के लिए 2 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. विशेष अधिकारी कलेक्टरों के साथ समन्वय में काम करेंगे और ज्यादा फंड की जरूरत होगी, तो सरकार इसकी व्यवस्था करेगी. उन्होंने आधिकारिक मशीनरी से चक्रवाती तूफान हुदहुद से निपटने के अपने अनुभव का लाभ उठाने की बात कही”

 

इसके आगे रेड्डी ने कहा है कि, ”किसी भी क्षेत्र में नागरिक सुविधाएं प्रतिकूल रूप से प्रभावित होने की स्थिति में अधिकारी उन्हें तत्काल बहाल करें. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार भीषण चक्रवाती तूफान के मंगलवार को दोपहर के आसपास बापटला के पास पहुंचने की आशंका है, साथ ही 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.”

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मौसम विज्ञान केंद्र ने दी ये जानकारी

अमरावती मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया है कि, यह दक्षिण आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ने और 110 km/h की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है. मंगलवार की दोपहर में, चक्रवाती तूफान नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच बापटला से गुजरेगा, चक्रवात मिचौंग दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों, निकट उत्तरी तमिलनाडु और पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी पर मंडरा रहा है.

सोमवार शाम 6 बजे तक, काकीनाडा में 25 मिमी, मछलीपट्टनम (28 मिमी), नेल्लोर (76 मिमी), ओंगोल (34 मिमी), तिरुपति (64 मिमी), कवाली (66 मिमी), नरसापुरम (39 मिमी) बारिश हुई. मौसम विभाग ने कहा कि बुधवार तक आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में आंधी के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होगी

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