कैलाश मनसरोवर मुक्ति को लेकर श्रीराम राज्य स्थापना समाज की बैठक …
वाराणसी: कैलाश मानसरोवर की स्वतंत्रता के लिए श्री के एन गोविंदाचार्य की अध्यक्षता में तैयारी बैठक प्रभु श्री राम राज्य स्थापना समाज के द्वारा की गई. इस बैठक का मुख्या उद्देश्य कैलाश मानसरोवर को चीनी के कब्जे से मुक्त कराना है. इतना ही नहीं बैठक में प्रभु श्री राम राज्य स्थापना समाज के करता श्री चट्टों बाबा ने कहा कि भगवान शिव और माता पार्वती के कैलाश स्थान पर चीनी कब्जों की भारत सरकारों की स्वीकृति राष्ट्रद्रोह के बराबर है.
भारत की आस्था का कलंक…
कैलाश मानसरोवर की यात्रा को लेकर श्री के एन गोविंदाचार्य ने कहा कि यदि हमारे आराध्य यानि डिवॉन के देव के दर्शन यदि आक्रमणकारी की इजाजत से हो तो यह भारत के भागवत की आस्था का कलंक है. यह भगवान् की मातृभूमि है.यह संकट मोचन की धरा है. भारत की सरकारें लचर हो सकती है लेकिन प्रभि श्री राम का भारत नहीं.
कलंक को दूर करेंगें श्रीराम …
उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा कि- भारत की सम्प्रभुता और अखंडता के इस चीन के कलंक को मिटाने के लिए खुद तत्पर है. उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर को बचाने के लिए जो कुछ भी करना पड़ेगा वह सब प्रभु श्रीसंकट मोचन के आदेश कर किया जाएगा.
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भारत भगवान का देश …
श्री के एन गोविंदाचार्य ने कहा कि- भारत भगवान का देश है लेकिन यहाँ सत्ता अप्रत्याशित तरीके से हस्तारक्षेप करती है. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि कैलाश धाम से चीनी कब्ज़ा उखाड़ फेंकने का वक्त आ गया है. इसका आदेश भागवत में है.
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कई सालों से चल रहा है विरोध…
बता दें कि कैलाश मानसरोवर को चीनी से कब्जे को मुक्त कराने को लेकर पिछले कई सालों से मांग उठ रही है.इससे पहले भी कई तरह के संगठन इसको लेकर प्रदर्शन कर चुके है.