वाराणसी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बढ़ेंगी चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाएं
वाराणसी: जिले में उपलब्ध चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में मरीजों के बेहतर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में नवीन सुविधाएं प्रदान की जाएगी. इसके लिए जिलाधिकारी एस. राजलिंगम और मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की पहल पर सीएसआर फंड से जनपद को डिजिटल एक्स रे, अल्ट्रासाउंड, लेप्रोस्कोपिक व सी – आर्म मशीन को क्रय करने की स्वीकृति मिल चुकी है. जल्द ही इन मशीनों को क्रय कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) पर स्थापित किया जाएगा.
तीन करोड़ छह लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने के लिए ज़ोर दिया जा रहा है. इसके लिए केंद्रीय भंडारण निगम लखनऊ के क्षेत्रीय प्रबन्धक को माँगपत्र भेजा गया था. इन सभी मशीनों की उपलब्धता के लिए तीन करोड़ छह लाख रुपये की धनराशि की स्वीकृति मिल चुकी है. इसमें 4 लेप्रोस्कोपिक, 5 अल्ट्रासाउंड, 5 डिजिटल एक्स रे और 4 सी आर्म मशीन को क्रय करने की स्वीकृति मिली है. इन मशीनों के चिन्हित सीएचसी पर लग जाने से मरीजों को घर के नजदीक ही उच्च स्तरीय चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकेगी.
मरीजों को मिलेगी राहत
सीएमओ ने कहा कि जनपद वाराणसी विश्व प्रसिद्ध धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी होने के साथ-साथ प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र भी है, जहां पर लगभग प्रतिदिन देश एवं विदेश के धार्मिक श्रद्धालुओं के साथ-साथ वीवीआईपी एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों का आगमन होता रहता है. साथ ही जनपद वाराणसी पूर्वी उत्तर प्रदेश के लगभग 15 जनपदों एवं पश्चिमी बिहार, उत्तरी झारखण्ड, उत्तरी मध्य प्रदेश के मरीज उपचार के लिए वाराणसी आते और संदर्भित किये जाते हैं.
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वर्तमान में जनपद वाराणसी में उपलब्ध चिकित्सा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ीकरण करने के लिए और साथ ही साथ जनपद के समस्त नागरिकों को उनके घर के नजदीक उच्च स्तरीय चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने की दृष्टि से प्रत्येक सीएचसी पर डिजिटल एक्स-रे मशीन, अल्ट्रासाउण्ड मशीन, लेप्रोस्कोपिक सेट व सी-आर्म मशीन की नितान्त आवश्यकता है, जिससे जनपदवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें.