दिनेश खटीक के इस्तीफे पर मायावती बोलीं- जातिवादी मानसिकता छोड़े भाजपा सरकार
यूपी सरकार में जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री और हस्तिनापुर से विधायक दिनेश खटीक ने बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर सरकार की कार्यप्रणाली और विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार पर कई बड़े सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने अमित शाह को अपना त्यागपत्र भी भेज दिया.पत्र में उन्होंने लिखा कि ‘नमामि गंगे’ और ‘हर घर जल योजना’ में नियमों की अनदेखी कर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. इसी बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है.
राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे पर मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा
‘उत्तर प्रदेश भाजपा मंत्रिमण्डल के भीतर भी दलित मंत्री की उपेक्षा अति-निन्दनीय व दुर्भाग्यपूर्ण. ऐसी खबरें राष्ट्रीय चर्चाओं में. सरकार अपनी जातिवादी मानसिकता व दलितों के प्रति उपेक्षा, तिरस्कार, शोषण व अन्याय को त्याग कर उनकी सुरक्षा व सम्मान का ध्यान रखने का दायित्व जरूर निभाए.’
उत्तर प्रदेश भाजपा मंत्रिमण्डल के भीतर भी दलित मंत्री की उपेक्षा अति-निन्दनीय व दुर्भाग्यपूर्ण। ऐसी खबरें राष्ट्रीय चर्चाओं में। सरकार अपनी जातिवादी मानसिकता व दलितों के प्रति उपेक्षा, तिरस्कार, शोषण व अन्याय को त्याग कर उनकी सुरक्षा व सम्मान का ध्यान रखने का दायित्व जरूर निभाए।
— Mayawati (@Mayawati) July 20, 2022
बता दें भाजपा सरकार में मंत्री दिनेश खटीक ने कहा कि संबंधित विभाग के अधिकारी राज्यमंत्री को केवल विभाग द्वारा गाड़ी उपलब्ध करा देना ही राज्य मंत्री का अधिकार समझते हैं. उन्होंने लिखा कि इस विभाग में स्थानांतरण सत्र में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार किया है. मैं एक दलित जाति का मंत्री हूं. इसलिये इस विभाग में मेरे साथ बहुत ज्यादा भेदभाव किया जा रहा है. मुझे विभाग में अभी तक कोई अधिकार नहीं दिया गया है. इसलिए मेरे पत्रों का जवाब नहीं दिया जाता है. मेरे द्वारा लिखे गए पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. इन्हीं सब बातों से आहत होकर में अपने पद से त्यागपत्र दे रहा हूं.