“बीजेपी-कांग्रेस चुनाव में मिथ्या प्रचार और वादों की भरमार में व्यस्त हैं”, Mayawati बोलीं- बेरोजगारी और महंगाई की समस्या गंभीर
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने हाल ही में भाजपा और कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्रों को लेकर कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां चुनावों में मिथ्या प्रचार और वादों की भरमार में व्यस्त हैं, जबकि देश में गरीब, बेरोजगार और महंगाई की समस्याएं गंभीर हैं.
बीजेपी-कांग्रेस पर हमला
मायावती ने एक बयान में कहा कि देश की बुनियादी जरूरतों जैसे कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, साफ पानी और कानून व्यवस्था की कमी से करोड़ों लोग त्रस्त हैं. इस स्थिति में भाजपा और कांग्रेस केवल आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में लगे हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इन पार्टियों द्वारा पिछले चुनावों में किए गए वादों का हाल भी बेहद खराब है.
बसपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि चाहे कांग्रेस की सरकार हो या भाजपा की, दोनों ने जनता से किए गए वादों को निभाने में असफलता दिखाई है. ये वादे आमतौर पर चुनाव के समय ही किए जाते हैं और सत्ता में आने के बाद इन्हें भुला दिया जाता है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक की कांग्रेस सरकारें वादाखिलाफी का आरोप झेल रही हैं, जबकि यूपी में भाजपा जनहित के मुद्दों से ध्यान भटकाने में लगी है.
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मायावती ने यह स्पष्ट किया कि बसपा चुनाव में गुमराह करने वाला कोई घोषणा पत्र जारी नहीं करती. उनकी पार्टी का लक्ष्य गरीबों, मजलूमों और बेरोजगारों के प्रति ईमानदार होना है. उन्होंने कहा कि बसपा की चार बार की सरकार ने सरकारी और गैर-सरकारी स्तर पर जितने रोजगार दिए, उतने अन्य पार्टियां नहीं दे पाई हैं.
आखिर में, उन्होंने जनता से अपील की कि वे रेवड़ी नहीं, बल्कि वास्तविक रोजगार की मांग करें, विशेषकर आगामी महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के दौरान. मायावती का कहना है कि यह जनता का एकदम जायज हक है.