Maharashtra: शिंदे सरकार के मंत्री छगन भुजबल ने मंत्री पद से दिया इस्तीफ़ा
OBC कोटा शेयर के खिलाफ इस्तीफ़ा-
नई दिल्ली: देश में इस साल अप्रैल- मई में होने वाले लोकसभा चुनाव ( loksabha chunav) से पहले कई राज्यों में जारी उथल- पुथल के बीच महाराष्ट्र ( MAHARASHTRA) की राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है ,जहाँ शिंदे सरकार के मंत्री छगन भुजबल ( CHHAGANBHUJMAL) ने मंत्री पद से इस्तीफ़ा (RESIGN) दे दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने सरकार पर ओबीसी कोटा ( OBC ) में मराठा समुदाय ( MARATHA RESERVATION) को पिछले दरवाजे से प्रवेश की सुविधा देने का आरोप लगाया है.
OBC कोटा शेयर के खिलाफ इस्तीफ़ा-
अहमदनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए छगन भुजबल ने कहा की वह प्रदेश में मराठा आरक्षण के विरोध में नहीं बल्कि OBC कोटा शेयर करने के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा, “विपक्ष के कई नेता, यहां तक कि मेरी सरकार के नेता भी कहते हैं कि मुझे इस्तीफा दे देना चाहिए. जबकि कई मंत्रियों ने कहा कि छगन को बर्खास्त कर देना चाहिए.
इस्तीफे के बाद ही रैली में हुआ शामिल- छगन
छगन भुजमल ने कहा कि- “मैं विपक्ष, सरकार और अपनी पार्टी के नेताओं को बताना चाहता हूं कि 17 नवंबर को अंबाद में आयोजित ओबीसी एल्गर रैली से पहले मैंने 16 नवंबर को ही कैबिनेटसे इस्तीफ़ा दे दिया था जिसके बाद रैली में शामिल हुआ था. इतना ही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर आरोप लगाया की उन्होंने चुप रहने के लिए कहा था इसलिए मैं दो महीने से ज्यादा समय से चुप रहा. छगन ने कहा की मुझे बर्खास्तगी की जरूरत नहीं, मैंने इस्तीफ़ा दे दिया है.
OBC कोटे से मराठा आरक्षण के खिलाफ छगन-
दरअसल, महाराष्ट्र की शिंदे सरकार प्रदेश में मराठा आरक्षण OBC कोटे से देना चाहती है. जिसको लेकर छगन भुजमल लगातार विरोध कर रहे हैं. इसके बाद मंत्री में शामिल दुसरे नेताओं ने उन्हें बर्खास्त करने की मांग की थी.
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मराठा समुदाय का विरोध नहीं
छगन ने कहा कि हम मराठा समुदाय का विरोध नहीं कर रहे बल्कि उनका समर्थन करते हैं. हमारी मांग है की उन्हें अलग से आरक्षण दिया जाए न कि OBC कोटे से. उन्होंने कहा कि राज्य की आबादी में ओबीसी 54-60 फीसदी, एससी/एसटी 20 फीसदी और ब्राह्मण 3 फीसदी हैं, फिर भी सभी विधायक और सांसद मराठा वोट खोने से डरते हैं.