पढ़े : आखिर क्यों प्रियंका गांधी को आता है गुस्सा, खौलता है खून
नेशनल हेराल्ड के स्मारक संस्करण लॉन्च कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा बीजेपी सरकार पर करारा हमला बोला है। बता दें शनिवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नेशनल हेराल्ड के स्मारक संस्करण को लॉन्च किया। इस कार्यक्रम में प्रियंका गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई विपक्षी दलों के नेता भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा की पीट-पीटकर हत्या की घटनाओं से उन्हें बेहद गुस्सा आता है और उनका खून खौलने लगता है।
गोरक्षकों पर प्रियंका को आता है गुस्सा
नेशनल हेराल्ड द्वारा स्मारक प्रकाशन जारी किए जाने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम से इतर प्रियंका से पूछा गया था कि अतिसर्तकता के नाम पर पीट-पीटकर हत्या जैसी घटनाओं को लेकर क्या उनके भी विचार अपनी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समान ही हैं। जिसके जवाब में प्रियंका गांधी ने ये बातें कहीं। प्रियंका ने कहा, “मेरे विचार भी पूरी तरह से वही हैं, इनसे मुझे बेहद गुस्सा आता है, जब मैं ऐसी चीजें टीवी या इंटरनेट पर देखती हूं तो मेरा खून खौलने लगता है। मुझे बहुत ज्यादा गुस्सा आता है। मुझे लगता है कि इससे सही सोच वाले हर एक व्यक्ति का खून खौलना चाहिए।
राष्ट्रपति ने खुलेआम हत्या पर जताई चिंता
वहीं, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अनियंत्रित भीड़ के द्वारा खुलेआम की जा रही हत्याओं पर बेहद गंभीर चिंता जाहिर की। राष्ट्रपति ने बेकाबू भीड़ की लगातार बढ़ती ऐसी हरकतों की ओर सीधे इशारा करते यह सवाल उठाया है कि क्या हमारी व्यवस्था के बुनियादी वसूलों के प्रति हम सजग हैं। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अगर हम ऐसी घटनाओं पर सजग नहीं होंगे तो हमारी अगली पीढ़ी हमसे यह हिसाब मांगेगी कि हमने क्या किया। राष्ट्रपति ने जवाहर लाल नेहरू द्वारा स्थापित कांग्रेस के अखबार नेशनल हेराल्ड के आजादी के 70 साल पर प्रकाशित विशेष संस्करण की लांचिंग के मौके पर यह बात कही।
सोनिया ने मोदी सरकार पर लगाए आरोप
इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मौजूदा एनडीए सरकार पर भी निशाना साधा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कानून का पालन करवाने की जिम्मदारी जिस पर है, वो उनका समर्थन कर रहे हैं, जो क्या खाएं या नहीं, किससे प्यार करें और किससे नहीं, जैसी चीजों पर जबरन अपने विचार थोप रहे हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि घरेलू कुशासन भी विदेश कुशासन की तरह बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि अगर सत्ता के खिलाफ नहीं आवाज उठाई गई, तो फिर ये हमारी सहमति समझी जाएगी।