Lucknow के ठग ने तीन बनारसियों को लगा दिया लाखों का चूना
बीएचयू ट्रामा सेंटर में नौकरी लगवाने के नाम पर रूपये लेकर हुआ फरार
बीएचयू ट्रामा सेंटर का उच्च प्रशासनिक अधिकारी बताकर लखनऊ के ठग ने तीन बानारसियों को लाखों का चूना लगा दिया. लोगों को जबतक ठगी का अहसास होता जालसाज अपने कमरे का ताला बंद कर भाग चुका था. इस मामले में भुक्तभोगी छित्तूपुर निवासी राधेश्याम विश्वकर्मा की शिकायत पर रविवार को लंका पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस के हाथ जालसाज के कुछ कागजात हाथ लगे हैं. पुलिस अब उसकी तलाश कर रही है.
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Varanasi के लंका थाना क्षेत्र के ही छित्तूपुर के निवासी राधेश्याम विश्वकर्मा ने बताया कि उनके पड़ोसी छोटेलाल पटेल के मकान में लखनऊ के श्रीनाथ नगर पारा रामलीला मैदान का निवासी मोहित कुमार श्रीवास्तव किराये पर रहता था. उसने मकान मालिक और आसपास के लोगों को बताया कि वह बीएचयू ट्रामा सेंटर में उच्च पदस्थ अधिकारी है. हमेशा जरूरतमंद लोगों की सेवा और जनहित के काम करने की बातें करता था. इस दौरान उसने कई लोगों को ट्रामा सेंटर में नौकरी लगवा देने का आश्वासन दिया. लोगों ने उसकी बात पर भरोसा भी कर लिया. कई लोग उसे बहुत इज्जत देने लगे.
पुलिस के हाथ लगे हैं जालसाज के कागजात
इस दौरान उसने राधेश्याम विश्वकर्मा से कहाकि वह उनके बेटे प्रिंस कुमार की बीएचयू में नौकरी लगवा देगा. तामझाम ऐसा फैलाया था कि राधेश्याम को ऐसा लगा कि अब उनके बेटे की नौकरी लगनी पक्की है. इसके बाद ठग मोहित ने राधेश्याम से कई किस्तों में चार लाख 77 हजार रूपये ले लिए. इसके बाद दस जून की रात अपना सारा समान समेटा और आवास का ताला बंद कर भाग निकला. लेकिन भागने की जल्दी में वह अपने कई कागजात ले जाना भूल गया. कई दिनों से ताला बंद देख राधेश्याम ने उसके बारे में पूछताछ की. इस पर उन्हें संदेह हुआ. इसके बाद राधेश्याम उसे खोजते हुए ट्रामा सेंटर पहुंच गये. वहां पूछताछ की तो पता चला कि वहां तो मोहित श्रीवास्तव नाम का कोई व्यक्ति अधिकारी नही है. राधेश्याम और मकान मालिक छोटेलाल ने उसके मोबाइल पर सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन लगातार स्विच आफ बताने लगा. तब उनका माथा ठनका.
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
राधेश्याम ने बताया कि वह उन्हें विश्वास में लेने के लिए पांच लाख रूपये का एचडीएफसी बैंक का चेक देकर गया था. इसी बीच पता चला कि उसने अपने मकान मालिक को भी चूना लगा दिया था. मकान मालिक के साले को भी नौकरी का झांसा देकर छह लाख 66 हजार 292 रूपये ले चुका था. साले को भी विश्वास में लेने के लिए डेढ़ लाख रूपये का चेक देकर गया था. चेक भी गलत निकला. पता चला कि एक और व्यक्ति को वह तीन लाख का चूना लगा चुका है. तब जाकर राधेश्याम ने लंका थाने में शिकायत की. कार्रवाई न होने पर उन्होंने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया. कोर्ट ने लंका पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच का आदेश दिया. अब पुलिस मोहित श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है.