बड़ा खुलासा: टपरी की चाय पीने वालों सावधान, यूपी एसटीएफ ने नकली चायपत्ती के साथ मोहम्मद जैद, दाऊद और तबरेज को गिरफ्तार
चाय के शौकीनों के लिए एक बड़ी खबर है. अगर आप किसी टपरी पर चाय पीने जाते हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि वहां की चाय आपको कैंसर जैसी गंभीर बीमारी दे सकती है. ये दावा किसी स्टडी और रिसर्च का नहीं बल्कि यूपी एसटीएफ का है. यूपी एसटीएफ ने राजधानी लखनऊ में एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो नकली चायपत्ती बनाते थे. इस मामले में तीन आरोपियों मोहम्मद जैद, दाऊद और तबरेज की गिरफ़्तारी हुई है.
नकली चायपत्ती बेचने के लिए गिरोह के ये लोग रेहड़ी और टपरी पर लगी चाय की दुकानों को चुना करते थे. आने वाले दिनों में यूपी एसटीएफ के निशाने पर कई अवैध चायपत्ती की फैक्ट्री हो सकती हैं. यूपी एसटीएफ की रेड के दौरान 400 किग्रा से ज्यादा नकली चायपत्ती और 450 किग्रा तक केमिकल बरामद हुए हैं.
यूपी एसटीएफ सीओ दीपक सिंह ने बताया यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में एक अवैध चायपत्ती की फैक्ट्री पर रेड किया तो कई चौकाने वाली चीजें सामने आईं. इस फैक्ट्री में चायपत्ती बनाने के लिए यूजड चायपत्ती, लकड़ी के बुरादे, केमिकल, केसरी, कुछ अच्छी क्वालिटी चायपत्ती के साथ में कुछ पौधों की पत्ती का इस्तेमाल कर नकली चायपत्ती बनाते थे. अधिकारियों को प्रथम द्रष्टया किस पौधों के पत्ती है? ये समझ नहीं आया लिहाजा पौधे के पत्ती को जांच के लिए लैब भेजे गए हैं.
एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक, इस चायपत्ती से आम लोगों को कैंसर लीवर की गंभीर बीमारी हो सकती है. ये एक बड़ी साजिश है और इनका जांच का दायरा लखनऊ और आसपास के जिले में लगातार बढ़ रहा है. एक ऐसी चेन भी मिली है, जो रेहड़ी टपरी वालों को चायपत्ती की सप्लाई करती थी. आरोपी रेहड़ी टपरी वालों को ही इस तरीके की अवैध चायपत्ती बेचने के लिए चुनते थे, क्योंकि इन दुकानों पर सुबह नकली चायपत्ती देते थे और शाम तक पूरी चाय पत्ती की खपत हो जाती थी. अगर यह चाय पत्ती 1 सप्ताह पुरानी हो जाए तो इसमें कीड़े लगने लगते थे और अजीब किस्म की बदबू आने लगती थी जिसकी वजह से घरों या दुकानों पर बेचने के लिए इनके सेल्समैन टारगेट नहीं करते थे.
बता दें यूपी एसटीएफ, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के अधिकारियों ने नकली चायपत्ती की फैक्ट्री पर रेड किया था. खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, नकली चायपत्ती जानलेवा है. खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के असिस्टेंट कमिश्नर शैलेंद्र सिंह ने बताया कि फिलहाल खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन और यूपीएसटीएफ के निशाने पर कई अवैध चायपत्ती फैक्ट्री है.