भारत में मंजूर, तो विदेशों में नामंजूर, लव मैरिज का बढ़ रहा चलन…
Love Marriage: जश्न और तप के त्यौहारो के प्रस्थान के बाद अब भारत में बैड बाजा बारात यानी शादियों के सीजन की शुरूआत हो गयी है, ऐसे में कई जोड़े शादी के बंधन में बंधने वाले है औऱ इस साल तो भारत शादियों का रिकॉर्ड बनाने की तरह अग्रसर है. ऐसे स्वयंवर की संस्कृति वाले हमारे देश में एक बार प्रेम विवाह का दौर लौट आया है, हर दूसरा व्यक्ति प्रेम विवाह के बंधन में बंध रहा है. वही अब कई सारे ऐसे परिवार भी है जो इसका समर्थन करते नजर आते है, लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे देश जहां का समाज आज भी प्रेम विवाह के खिलाफ है और इसके सख्त कानून और सजा का प्रावधान रखता है. ऐसे में आज हम आपको ऐसे ही कुछ देशो के बारे में बताने जा रहे है….
क्या होता है प्रेम विवाह?…
अब आपको लगता होगा कि प्रेम विवाह क्या है तो आपको बता दें कि, प्रेम विवाह की कोई स्पष्ट भाषा नहीं है लेकिन, अपने माता-पिता या अभिभावक की सहमति से या बिना उनकी सहमति के प्रेमी जोड़े द्वारा किया जाने वाला विवाह लव मैरिज या प्रेम विवाह कहलाता है.हालाँकि इसे प्रचलित विवाह की परंपराओं और मान्यताओं से अलग माना जाता है.
जानें दुनिया में क्या है लव मैरिज का हाल?…
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष और इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन वीमेन की ओर से किए एक सर्वेक्षण में, दुनिया भर के महज 11.7 फीसदी पुरुषों और 8.5 फीसदी महिलाओं ने ही दावा किया कि उन्होंने अपने परिवार या बिना परिवार की सहमति से अपना जीवन साथी चुना है. लेकिन आज के दौरे में तेजी से होते ग्लोबलाइजेशन के बावजूद दुनिया के देशों में यह अनसुनी सी है…
किन देशों में प्रेम विवाह गैर कानूनी?…
आपको बता दें कि, दुनिया का कोई भी देश प्रेम विवाह में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से संविधान या कानून द्वारा लव मैरिज पर रोक नहीं लगाता है. दुनिया के किसी भी देश में ऐसा कानून नहीं है. जहाँ पर प्रेम विवाह पर रोक हो लेकिन, कट्टर इस्लामी देशों में ऐसी सख्त सामाजिक और कानूनी संरचनाएं बदस्तूर चली आ रही हैं जो किसी भी व्यक्ति के जीवनसाथी को स्वतंत्र रूप से चुनने की क्षमता को काफी हद तक प्रतिबंधित करती हैं.
प्रेम विवाह बेहद चुनौतीपूर्ण …
इतना ही नहीं दुनिया के कई देशों में प्रेम विवाह बेहद चुनौतीपूर्ण है. जिसमें सऊदी अरब, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, कुवैत, मालदीव, मोरक्को, ओमान, मॉरिटानिया, संयुक्त अरब अमीरात, सूडान और यमन शामिल हैं. यहां इस्लामी कानून (ज़िना) के तहत विवाह पूर्व प्रेम, रोमांस या सहवास यानी गैर-वैवाहिक या विवाह के बाहर शारीरिक संबंध प्रतिबंधित हैं. मिस्र में आम तौर पर प्रेम विवाह, खासकर अंतर्धार्मिक विवाह को सामाजिक रूप से अस्वीकार्य माना जाता है.
भारत में स्वीकार है प्रेम विवाह…
अगर भारत में प्रेम विवाह की बात करें तो यहाँ पर प्रेम विवाह पूरी तरह से कानूनी है. क्यूंकि भारत के संविधान में प्रेमी जोड़े के धर्म के आधार पर विशेष विवाह अधिनियम (1954) या हिंदू विवाह अधिनियम (1955) के तहत कानूनी मान्यता प्राप्त है. इतना ही नहीं जरूरत पड़ने पर कोर्ट प्रेमी जोड़े को पुलिस सुरक्षा भी प्रदान करता है. देश में पिछले कुछ समय में इसमें काफी इजाफा हुआ है.
प्रेम विवाह का बढ़ रहा क्रेज…
बता दें कि भारत में अरेंज मैरज के आंकड़े घट रहे है जबकि लव मैरिज का क्रेज दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है. हाल ही में वेडिंग वायर इंडिया ने शादी को लेकर एक सर्वे किया जिसमें पता चला कि लोग अब अरेंज की तरफ कम लव मैरिज की तरफ ज्यादा बढ़ रहे है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि- देश का शहरी मध्यम वर्ग लव मैरिज को सहजता से स्वीकार कर रहा है जबकि ग्रामीण इलाकों का आदमी इसे स्वीकार नहीं करता है. सर्वे के मुताबिक, साल 2020 में 68% कपल ने अरेंज मैरिज की थी, लेकिन 2023 में महज 44% नए जोड़ों का विवाह अरेंज था. यानी अरेंज मैरिज के आंकड़े में तीन सालों के अंदर 24 प्रतिशत गिरावट आई है.
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विक्टोरियन युग में हुई थी प्रेम विवाह की शुरुआत …
अगर इतिहास में देखें तो प्रेम विवाह शब्द की शुरुआत विक्टोरियन युग के दौरान हुई थी और यह शब्द आम चलन की भाषा में शामिल हो गया था. उसके बाद से धीरे- धीरे यह शब्द भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका जैसे राष्ट्रमंडल देशों के साथ के साथ-साथ नेपाल और मिस्र में इसी शब्द का इस्तेमाल किया जाता है.
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ऑनलाइन संसाधनों से बड़ा लव मैरिज का क्रेज…
बता दें कि लव मैरिज का क्रेज बढ़ने के पीछे ऑनलाइन संसाधनों का भी अहम् रोल है. क्यूंकि अब शादी के लिए बहुत सारे ऑनलाइन एप्प और प्लेटफार्म उपलब्ध है साथ में अब तो ऑनलाइन वेंडर भी है जो सगड़ी करने का ठेका लेते है. सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, शादी के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म का उपयोग करने वालों का आंकड़ा 11 प्रतिशत तक बढ़ गया है.