लोलार्क कुंड: संतान प्राप्ति की कामना को उमड़े आस्थावान दंपती

लोलार्क कुंड में स्नान करने के लिए सोनारपुरा व अस्सी की ओर से तीन - तीन किलोमीटर की कतार लगी हुई है.

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भादो शुक्ल पक्ष के दिन रात से ही लोग लोलार्क कुंड में संतान प्राप्ति की कामना से पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं. स्नान के लिए लोगों का रेला उमड़ पड़ा है। आज के दिन इस कुंड में लगभग एक लाख से अधिक लोग स्नान करते हैं. सोनारपुरा व अस्सी की ओर से तीन – तीन किलोमीटर की कतार लगी हुई है. पर्व विशेष पर स्नान दान के लिए रविवार से ही स्नानार्थियों का आना शुरू हो गया था. रात 12 बजे लोलार्केश्वर महादेव की शृंगार आरती के बाद स्नान दान का क्रम शुरू हुआ. इसके साथ ही आस्था के कुंड से श्रद्धा की फुहार एकाकार हो गई.

व्रती महिलाओं ने स्नान के साथ ही कुंड में एक फल-सब्जी अर्पित किया. वस्त्र भी कुंड में ही छोड़ कर नए वस्त्र धारण किए. स्नान के बाद निकली महिलाओं ने लोलार्केश्वर महादेव का विधि विधान के साथ पूजन अर्चन भी किया. कुंड में छोड़े गए फल या सब्जी को एक साल तक न खाने का संकल्प लिया. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आधी रात 12 बजे से ही कतारबद्ध आस्थावान कुंड में स्नान करने के लिए उतर गए. कतार इतनी लंबी थी कि किसी को डुबकी लगाने के लिए 24 घंटा का समय लगा तो कोई 10 घंटे में ही पुण्य की डुबकी लगाकर धन्य हो उठा.

विधि विधान के साथ पूजा

कुंड के पास में स्थापित लोहड़केश्वर महादेव का भव्य मंदिर है. मध्यरात्रि 12 बजे लोलार्क कुंड और लोलार्केश्वर महादेव की पूजन-आरती हुई. इस दौरान पूरा परिवेश डमरुओं की डिम-डिम से गूंज उठा. पूजनोपरांत तिथि अनुरूप स्नान शुरू हुआ जो सोमवार को रात तक चलता रहा.कमिश्रनेट पुलिस ने भीड़ को सटीक व्यवस्था के साथ लाखों की भीड़ को न सिर्फ बखूबी नियंत्रित किया है, बल्कि तेजी से भीड़ छंटती रही है.वहीं, आस्थावानों की सुरक्षा के लिए कुंड में एनडीआएफ, जल पुलिस के साथ सेवादार भी मुस्तैद दिखें जो लोगों को बारी-बारी से स्नान कर रहे हैं.

दोनों तरफ लगी तीन-तीन किलोमीटर लंबी कतार

असि भदैनी के संकरी गली में सदियों से स्थापित गहरे कुंड तक पहुंचने के लिए स्नान करने वाले पुरुषों और महिलाओं की तीन किलोमीटर लंबी कतार लगी रही. संतान प्राप्ति की कामना और कामना के पूर्ण होने पर पहुंचे श्रद्धालुओं की लाइनें दो दिन पहले से ही लगनी शुरू हो गई थी. दोनों तरफ लगभग तीन-तीन किलोमीटर लंबी लाइन लगी हुई थी.लोग पहले से ही आकर लाइन में लग चुके थे.

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लोलार्क कुंड की सुरक्षा संभालें हैं पांच एडीसीपी और आठ सीओ

लोलार्क कुंड में स्नान से पहले इसका खाका तैयार कर लिया गया था. लोलार्क कुंड की सुरक्षा व्यवस्था में पांच एडिशनल एसपी, 8 क्षेत्राधिकारी, 14 निरीक्षक, 40 उपनिरीक्षक सहित 200 पुलिसकर्मी, 100 महिला पुलिसकर्मी, एक कंपनी पीएसी और एक कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनात की गई है. दर्शनाथियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो और सुगमता से उन्हें स्नान कराया जा सके.

स्नान करने वाले दंपती को 50-50 के समूह में कराया जा रहा स्नान

देश के साथ ही विदेश से कुंड में स्नान के लिए लोग जुटने लगे थे. यह क्रम रविवार से है प्रारंभ हो गया था. लोलार्क कुंड के निकट मुख्य मार्ग के दोनों ओर दूर तक बैरिकेडिंग की गई थी. सुबह आठ बजे यहा की स्थिति यह थी कि एक तरफ भदैनी से जंगमबाड़ी के आगे तक तो दूसरी ओर लंका तक कतार पहुंच गई थी.पुलिस कर्मियों द्वारा कुंड की गहराई और सुरक्षा के मद्देनजर महज 50-50 लोगों को भेज रही हैं, ताकि लोगों को सुगमता के साथ स्नान कराया जा सके.

कुंड और लोलार्केश्वर महादेव का है विशेष मान्यता

मान्यता यह है कि वंश वृद्धि की कामना से स्नान करने वालों को भगवान सूर्य के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए किसी एक सब्जी का त्याग कर देना चाहिए. उसका पालन करते हुए बहुतेरे लोगों ने स्नान के उपरांत लौकी और कोहड़ा जैसी सब्जियां भी कुंड में प्रवाहित की. स्नान करने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने रवींद्रपुरी स्थित क्रीं-कुंड में भी स्नान करने जा रहे हैं. स्नान के कारण दोनों कुंडों पर काफी भीड़ जुटी हुई है.

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कुंड में सभी चीजों का किया त्याग

इस कुंड में स्नान के दौरान मान्यता के अनुरूप एक फल या सब्जी को स्नान के दौरान कुंड में ही छोड़ दिया जा रहा था. इसके साथ ही लोलार्क कुंड में स्नान के दौरान दंपतियों ने शरीर पर जो कुछ भी धारण किया था उन्हे कुण्ड में ही छोड़ दे रहे थे. स्नान के बाद दंपतियों ने लोलार्केश्वर महादेव का दर्शन भी किया. स्नान के बाद कुंड और सड़कों के किनारे कपड़ों व चप्पलों का ढेर लगाना शुरू हो गया हैं, जिसे बारी-बारी से हटाने का अधिकार प्रारंभ हो गया है.

ये मार्ग नो व्हीकल जोन घोषित

लोलार्क षष्ठी पर उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने डायवर्जन लागू की गई है.गंगा की ओर जाने वाले अस्सी से गोदौलिया मार्ग को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया. एडीसीपी ट्रैफिक के अनुसार बैंक ऑफ बड़ौदा से अस्सी चौराहा, नगवा चौराहा से रविदास घाट, पद्यश्री चौराहा से अस्सी चौराहा तक, शिवाला चौराहा से अस्सी चौराहा तक और रविंद्रपुरी स्थित ब्राडवे होटल से सोनारपुरा तक और सोनारपुरा से अस्सी चौराहा तक, गोदौलिया से सोनापुरा तक नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है. ताकि लोग इस मार्ग पर सुगमता से पैदल आ जा सके.

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