Loksabha 2024: डिंपल मैनपुरी से लड़ेंगी चुनाव, सपा की 16 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी
संभल से मौजूदा सांसद शफीकुर्रहमान वर्क को मौका
Lok Sabha Elections 2024: देश में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी के बीच समाजवादी पार्टी ने अपने पार्टी के 16 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. सबसे खास बात यह है कि अखिलेश यादव ने इस बार मुलायम सिंह के गढ़ मैनपुरी से फिर एक बार अपनी पत्नी डिंपल को उम्मीदवार बनाया है जबकि राम की नगरी अयोध्या में सामान्य सीट होते हुए भी दलित चेहरा को मौका दिया है.
इन उम्मीदवारों को यहां से मिला टिकट-
आपको बता दें कि सूची में अखिलेश 16 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है जिसमें संभल से मौजूदा सांसद शफीकुर्रहमान वर्क को मौका दिया गया है. इसी तरह से अंबेडकरनगर से लालजी वर्मा, फिरोजाबाद से अक्षय यादव, एटा से देवेश शाक्य , बदायुं से धर्मेंद्र यादव, खीरी से उत्कनर्ष वर्मा, धौरहरा से आनंद भदौरिया, उन्नावव से अनु टण्डन और लखनऊ से रविदास महरोत्रा चुनावी मैदान में होंगे.
बांदा से शिवशंकर सिंह पटेल, अकबरपुर से राजाराम पाल, फर्रुखाबाद से डॉ. नवल किशोर शाक्य, बस्ती से रामप्रसाद चौधरी, फैजाबाद से अवधेश प्रसाद और गोरखपुर से काजल निषाद को समाजवादी पार्टी की तरफ से उम्मीदवार बनाया गया है. सपा की ओर से यह सूची ऐसे समय जारी की गई है जब महागठबंधन के प्रमुख घटक दल कांग्रेस के साथ सीट के बंटवारे को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है.
गठबंधन को दी 18 सीटें-
गौरतलब है कि केंद्र की भाजपा और मोदी सरकार को हटाने के लिए विपक्ष के बने गठबंधन इंडिया के तहत अखिलेश ने कांग्रेस और रालोद को 18 सीटें दी है. जिसमें कांग्रेस को 11 और रालोद के लिए 7 सीटें हैं. इसी बीच कांग्रेस प्रदेश में इतनी सीटें लेकर भी अभी खुश नहीं है. माना जा रहा है कि दोनों दल अपनी-अपनी ‘ताकत’ के आधार पर ज्यादा सीट की मांग कर रहे हैं.
सरकार का आखिरी बजट, सत्र की शुरूआत राष्ट्रपति के संबोधन से
2009 की जीती सीटें मांग रही कांग्रेस-
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में अभी तक सीटों को लेकर अखिलेश और कांग्रेस के बीच सहमति नहीं बन पाई है. कहा जा रहा है कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी सबसे मजबूत विपक्ष के रूप में है इसलिए वह कांग्रेस को किसी भी हालत में ज्यादा सीटें नहीं देनी चाहती. जबकि कांग्रेस आलाकमान का कहना है कि उसने जो 2009 में 21 सीटें जीते थी उसी के अनुसार उसे सीटें दी जाएं.
सभी दलों की निगाहें यूपी में…
देश की राजनीतिक लिहाज से सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण प्रदेश उत्तर प्रदेश है. क्योंकि कि यहां लोकसभा की सबसे ज्यादा 80 सीटें हैं. वर्तमान में सबसे ज्यादा यहां भाजपा के 64 सांसद हैं. इसके बाद बसपा के 10, समाजवादी पार्टी के तीन, अपना दल ( सोनेलाल) के दो और कांग्रेस के पास एक सीट है.