Lok Sabha 2024: क्या लोकसभा चुनाव में विधानसभा मॉडल अपनाएगी भाजपा?…
लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे मंत्री और विधायक
लखनऊ: देश में आगामी होने वाले लोकसभा चुनाव( loksabha chunav) के लिए जहां सभी दल अभी से तैयारी में जुट गए हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी( bjp) एक नए राजनीतिक समीकरण के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय स्तर पर पार्टी के मजबूत चेहरों को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारने की कोशिश होगी ताकि आसानी से जीत हासिल की जा सके.
दरअसल,हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 21 सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था इसके जरिए क्षेत्र में उनकी पकड़ की जांच की गई भले ही विधानसभा चुनाव में सांसदों की जीत का प्रतिशत उतना बेहतर न रहा लेकिन सांसदों ने अपने दम पर क्षेत्र में माहौल बना दिया जिसका परिणाम यह हुआ कि प्रदेश के चुनाव में बेहतर स्थिति के रूप में उन्हें परिणाम मिला. लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में मिशन 80 का लक्ष्य रखा है इसको देखते हुए योगी सरकार के कई विधायक और मंत्रियों को पार्टी चुनावी मैदान में उतार सकती है. प्रदेश में अब यूपी सरकार के कई मंत्रियों के चुनावी मैदान में उतारे जाने की चर्चा तेज हो गई है जिसमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक का नाम चर्चा में है.
लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे मंत्री और विधायक
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन और प्रदेश सरकार में मंत्री भी अब लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अपनी इच्छा जता रहे हैं. वह सभी विधायक व मंत्री लोकसभा चुनाव को प्रमोशन के तौर पर देख रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने की इच्छा भी जताते दिख रहे हैं. बता दे कि इसमें सबसे पहले केशव प्रसाद मौर्य का नाम सामने आ रहा है. 2014 में केशव प्रसाद मौर्या लोकसभा सदस्य चुने गए थे और 2017 में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी. सिराथू से हार के बाद भी उन्हें 2022 में योगी सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया लेकिन अब कहां जा रहा है कि लड़ाकू स्वभाव के केशव प्रसाद मौर्य एक बार फिर लोकसभा के रण में हाथ आजमा कर अपनी पकड़ को दिखाने की कोशिश कर सकते हैं.
बृजेश पाठक का भी नाम चर्चा में
केशव प्रसाद मौर्य के बाद दूसरे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का भी लोकसभा चुनाव में उतरने की चर्चा जोरों पर हैं. केशव प्रसाद मौर्य को दोबारा योगी सरकार के लौट के बाद डिप्टी सीएम के पद से नवाजा गया जमीनी राजनीति करने वाले बृजेश पाठक वर्तमान में स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर हमेशा चर्चा में रहते हैं. उनकी अभी छवि भी बड़ी है ऐसे में पार्टी उनकी बढ़ती ताकत की परीक्षा चुनावी मैदान में करना चाहेगी, साथ ही परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह का भी नाम लोकसभा चुनाव के लिए सामने आ रहा है.
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सरकार के मंत्रियों की भी इच्छा
कांग्रेस से भाजपा में आकर अपनी अलग पहचान बना चुके जितिन प्रसाद को भी भाजपा चुनावी मैदान में उतर सकती है उनके ब्राह्मण चेहरा का प्रयोग राज्य में ब्राह्मण वोट बैंक साधने के लिए कर सकती है. वही हमेशा क्षेत्र में लगातार काम करने वाले औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी और प्रयागराज से सांसद रही रीता बहुगुणा जोशी के मैदान से हटने की स्थिति में नंदी यहां से किस्मत आजमाते दिख सकते हैं.
इतना ही नहीं वही दलित वोट बैंक को साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी योगी सरकार में मंत्री बेबी रानी मौर्य को भी चुनावी मैदान में उतर सकती है. बेबी रानी मौर्य के जरिए पार्टी दलित वोट को अपने पाले में लाने की कोशिश करना चाहेगी इसके अलावा धर्मपाल सिंह का नाम भी सामने आ रहा है. जबकि पार्टी प्रशासनिक सेवा पुलिस से राजनीति में आने वाले असीम अरुण और राजेश्वर सिंह पर भी दांव खेल सकती है इनके अलावा संजय गंगवार, अनूप बाल्मीकि, सिद्धार्थनाथ सिंह श्रीकांत शर्मा के भी लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरने की बात कही जा रही है.