जानिए, 23 साल की उम्र में बना करोड़पति ‘त्रिशनीत’
त्रिशनीत अरोड़ा की सक्सेस स्टोरी हर किसी के लिए प्रेरणा की एक अनोखी मिसाल बन सकती है। कोई भी शख्स अपने पैशन को फॉलोकर कामयाबी की सीढ़ियों तक पहुंच सकता है। ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे (@humansofbombay) नाम के एक फेसबुक पेज ने त्रिशनीत की सक्सेस स्टोरी साझा की है। त्रिशनीत एक स्कूल ड्रॉपआउट है उसने 8वीं कक्षा तक ही पढ़ाई की थी। लेकिन उसके ज्ञान हासिल करने की क्षमता किसी संस्थान की मोहताज नहीं थी। त्रिशनीत को कम्प्यूटर्स पैशन है और उसने अपने इस पैशन को अपनी कामयाबी के जरिये में बदल दिया। 8वीं फेल त्रिशनीत आज लाखों की कंपनी का मालिक है। त्रिशनीत एक प्रोफेशनल हैकर है। उसने 19 साल की उम्र में ही अपनी साइबर सिक्योरिटी कंपनी TAC Security Solutions की स्थापना कर ली थी। उसकी कंपनी के 5 दफ्तर हैं जिनमें से 4 भारत में और एक दुबई में स्थित है। लेकिन त्रिशनीत की सक्सेस सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है।
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कम्प्यूटर गेम्स से शुरू हुआ शौक
उसने अपनी कंपनी चलाने के साथ साथ वह साइबर सिक्योरिटी के विषय में सीबीआई अफसरों को भी ट्रेनिंग दे चुका है। इसके अलावा वह पंजाब सरकार और क्राइम ब्रांच का एडवाइजर भी रह चुका है। जानकारी के मुताबिक, रिलायंस जैसी मशहूर कंपनी भी त्रिशनीत के क्लाइंट्स है। त्रिशनीत का लगाव गैजेट्स से काफी पुराना रहा है। बचपन में वह अपने खिलौने और गैजेट्स, सिर्फ यह देखने के लिए खोल लिया करता था कि वे काम कैसे करते हैं। इसके बाद उसे कम्प्यूटर गेम्स का शौक चढ़ा। वह लंबे समय तक Vice City जैसे गेम्स, सिस्टम हार्डवेयर को समझने के लिए खेला करता था। त्रिशनीत की गेमिंग की आदत ने उसके पिता को काफी चिंतित कर दिया था। इसे रोकने के लिए उन्होंने कम्प्यूटर में पासवर्ड भी लगा दिया लेकिन त्रिशनीत ने उसका तोड़ भी निकाल लिया था।
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माता-पिता को दिया पूरा श्रेय
त्रिशनीत के इस कारनामे से उसके पिता गुस्सा नहीं हुए। वह इससे काफी इम्प्रेस हुए और उसके लिए एक नया सिस्टम लेकर आए। बस फिर क्या त्रिशनीत ने वही से अपने इस शौख को नई दिशा देने की शुरुवात की त्रिशनीत के माता-पिता ने उसे स्कूल छोड़ने की इजाजत दे दी थी लेकिन उसने सीखना हमेशा जारी रखा। त्रिशनीत स्कूल में फेल होने पर उसके माता-पिता ने उस पर कभी गुस्सा नहीं किया और न ही कभी उस पर एक्सट्रा ट्यूशन लेने का दबाव बनाया। अपनी कामयाबी का श्रेय त्रिशनीत अपने माता-पिता को देते हैं। स्कूल छोड़ने के बाद त्रिशनीत के सीखने की क्षमता कई गुणा बढ़ गई। उसने कम्प्यूटर ठीक करने और सॉफ्टवेयर क्लीनअप करने जैसे छोटे प्रॉजेक्ट्स से अपनी शुरुआत की और आज त्रिशनीत का सपना अपनी कंपनी को एक बिलियन डॉलर साइबर सिक्योरिटी कंपनी में बदलने का है। वैसे त्रिशनीत कामयाबी की उस मंजिल तक पहुच चुके हैं, जहां उनकी उम्र का हर वो युवा जाना चाहता हैं। आज वो हमारे देश के करोडो युवाओं के लिए एक अच्छी सिख बन चुके हैं।
साभार: (जनसत्ता)
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