वाराणसी: ढाई साल में बदल जायेगा काशी रेलवे स्टेशन, दिखेगा बाबा विश्वनाथ के भव्य धाम जैसा, करोड़ों होंगे खर्च
भगवान महादेव की नगरी और पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के काशी रेलवे स्टेशन का रंगरूप बदलने वाला है. यहां की बिल्डिंग बिल्कुल बाबा विश्वनाथ के भव्य धाम के जैसा दिखाई देगा. रेलवे के मुताबिक, नया काशी रेलवे स्टेशन ढाई साल में बनकर तैयार हो जाएगा. 367 करोड़ रुपये की लागत से रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण कराया जाएगा.
दरअसल, काशी रेलवे स्टेशन का नवनिर्माण पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है. इसलिए मार्च, 2023 से इसका निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी है. कार्यदायी संस्था के चयन की प्रक्रिया फरवरी तक पूरी की जानी है. इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है.
सपरा डीआरएम सुरेश कुमार कि काशी रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण कराया जा रहा है. इसमें 367 करोड़ रुपये खर्च होंगे. लखनऊ स्तर से अनुमोदन मिल चुका है. डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भी बन गई है. अब कार्यदायी संस्था तय करने की प्रक्रिया चल रही है. यह काम 20 फरवरी तक पूरा हो सकता है. कार्यदायी संस्था को ढाई साल में काम पूरा कराने का लक्ष्य दिया जाएगा.
कैसा होगा नया काशी रेलवे स्टेशन…
नया काशी रेलवे स्टेशन आधुनिक सुविधा-संसाधनों से लैस होगा. यहां यात्री सुविधाएं भी बढ़ जाएंगी. योजना के मुताबिक ही भवन का निर्माण किया जाएगा. प्रथम और द्वितीय प्रवेश द्वार को जोड़ते हुए एयर कॉनकोर्स बनाए जाएंगे. चार ट्रैक वाला पुल बनेगा. इसके ऊपर से 6 लेन सड़क बनाई जाएगी. ऊपर सड़क होगी और नीचे से ट्रेनें गुजरेंगी. यह स्टेशन काशी की धार्मिक व सांस्कृतिक पहचान को भी दर्शाएगा.
बढ़ेगी ट्रेनों की संख्या…
काशी रेलवे स्टेशन से रोजाना 12 जोड़ी ट्रेनें 30 किमी/घंटे की रफ्तार में गुजरती हैं, लेकिन इस स्टेशन के कायाकल्प के बाद तस्वीर बदल जाएगी. भविष्य में कई और महत्वपूर्ण ट्रेनों के संचालन की योजना है. ट्रेनों की रफ्तार भी 130 किमी/घंटा से ज्यादा की जा रही है. इसके लिए स्टेशन की रेलवे लाइनों को सीधा किया जाएगा, जोकि अभी घुमावदार हैं. रेलवे स्टेशन के आसपास बहुमंजिला इमारतें भी बनाई जाएंगी. बस स्टेशन बनाने की योजना पर काम चल रहा है.
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