बनारस: करवा चौथः तुम जियो हजारो साल , साल के दिन हो …
वाराणसीः पति के लिए लंबी उम्र की कामना निर्जला व्रत रखकर करने वाली सुहागिनों ने करवा चौथ की तैयारियों के लिए अपनी खरीदारी में जुटी रही। इसके लेकर बाजारों में भारी भीड़ उमड़ी रही। खासकर ब्यूटी पार्लरों में नवविवाहितों की संख्या ज्यादा रही।
करवा चौथ को देखते हुए बाजारों में पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्री का विशेष स्टॉल दुकानदारों ने लगा रखा था। वहीं देर रात तक मेहंदी लगवाने का और शॉपिंग करने का सिलसिला चलता रहा. इसके चलते कई इलाकों में सड़कों पर भीड़ के चलते यातायात भी बाधित रहा। लंका पर करवा चौथ सामग्री का स्टॉल लगाने वाली जानकी देवी ने बताया कि वह केवल आज और कल ही दुकान लगाती हैं. विवाहिता पूजा की सामग्री में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जैसे छलनी, दीपक, करवा, सींक आदि की खरीदारी करती है. इस बार खासकर कर पूजा की विशेष थाली भी बनारस में बेची जा रही है जिसमें चलनी समेत आकर्षक ढंग से सजावट की गई है। बनारस में बुधवार को रात्रि 8:00 बजे पूजा का शुभ मुहूर्त है एवं 8:26 में चंद्र देवता का दर्शन प्राप्त हो सकता है.
मेंहदी लगवानो को करनी पड़ी मशक्कत
विभिन्न मार्केट में करवाचौथ के लिए मेहंदी लगवाने के लिए महिलाओं की लंबी लाइन लगी रही। जगह-जगह शॉपिंग माल के सामने मेहंदी लगाने का कार्यक्रम चलता रहा। वहीं बनारस के सभी पार्लर की स्थिति भी कुछ ऐसी थी. कुछ शॉपिंग कंपलेक्स एवं पार्लरों ने महिलाओं के लिए मुफ्त में मेहंदी लगवाने की सुविधा उपलब्ध की थी. यहां उमड़ी भारी भीड़ के चलते महिलाओं को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
इस बार का करवा चौथ काफी खास
प्रकांड विद्वानों की माने तो इस बार का करवा चौथ काफी खास है। यह करवा चौथ सौभाग्य मंगलम है और सौ साल बाद यह मुहुर्त आया है। बता दे कि करवा चौथ हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है. यह खासकर भारत के जम्मू, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में खासतौर पर मनाया जाता है। लेकिन अब इसने पूरे देश में अपनी पैठ बना ली है। यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. इस दिन शादीशुदा महिलाएं अपने पति के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. चंद्र देव से उनकी लंबे उम्र की कामना एवं पूजा करती हैं. इसके बाद चंद्रमा उदय होने के बाद और अर्घ्य देने के बाद ही महिलाएं अपना व्रत पूर्ण करती हैं। इस बार करवा चौथ का त्योहार एक नवंबर को है.
करवा चौथ की तिथि
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आरंभ: 31 अक्टूबर, मंगलवार, रात्रि 09:30 मिनट से कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि समाप्त:1 नवंबर, बुधवार, रात्रि 09:19 मिनट तक. चतुर्थी तिथि का चंद्रोदय 1 नवंबर को होगा, इसलिए इसी दिन करवा चौथ का व्रत किया जाएगा.
पूजा शुभ मुहूर्त- शाम 05:34 मिनट से 06: 40 मिनट तक पूजा की अवधि- 1 घंटा 6 मिनट अमृत काल- शाम 07:34 मिनट से 09: 13 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग- पूरे दिन और रात. हालांकि बनारस में रात्रि 8 बजे पूजा का शुभ मुहूर्त है.