kanpur: हैलट हॉस्पिटल में प्रदेश का सबसे बड़ा डायलिसिस सेंटर
पीपीपी मॉडल के तहत डायलिसिस केंद्र संचालित
कानपुर : उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित हैलट हॉस्पिटल को बड़ी सौगात मिलने जा रही है. प्रदेश का सबसे बड़ा डायलिसिस सेंटर हैलट में बनेगा.बताया जा रहा है कि इसे पीपीपी मॉडल पर संचालित किया जाएगा. इस डायलिसिस सेंटर में 30 बेड की सुविधा उपलब्ध होगी.
राजकीय मेडिकल कॉलेज में नहीं है डायलिसिस सेंटर
आपको बता दें कि प्रदेश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में इतना बड़ा डायलिसिस सेंटर नहीं है. यह पहला मौका होगा जब उत्तर प्रदेश के कानपुर के इस अस्पताल में इतना बड़ा डायलिसिस सेंटर बनेगा. डायलिसिस सेंटर में हेपेटाइटिस बी और सी के साथ एचआईवी संक्रमित रोगियों की डायलिसिस के बेड आरक्षित होंगे.
पीपीपी मॉडल पर बनेगा डायलिसिस सेंटर
कहा जा रहा है कि अस्पताल में पीपीपी मॉडल के तहत डायलिसिस केंद्र संचालित किया जाएगा. इस डायलिसिस सेंटर में संचालित करने वाली एजेंसियों से मशीनों और उपकरणों आदि के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. इससे पहले लखनऊ के केजीएमयू में डायलिसिस केंद्र संचालित है जो की 23 बेड का है. हैलट का सेंटर उससे बड़ा होगा.
केजीएमयू से मंगाया गया है ब्यौरा
बताया जा रहा है कि की रोगियों के डायलिसिस करने में दिक्कत होती है जो विभिन्न अस्पतालों में संचालित डायलिसिस सेंटर एचआईवी हेपेटाइटिस बी और सी के संक्रमितों को रेफर कर देते हैं. इसलिए प्रस्ताव तैयार करवाया जा रहा है और इसके लिए केजीएमयू लखनऊ से ब्यौरा मंगाया गया है.
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वेटिंग से बढ़ता है खतरा
डायलिसिस के लिए वेटिंग होने पर रोगियों को जान का खतरा बना रहता है अगर शरीर में पानी अधिक भर गया तो रोगी को कार्डियक अरेस्ट से मौत हो जाती जबकि गुर्दा फेल होने पर रोगी की जल्दी से जल्दी डायलिसिस करनी पड़ती है. कभी-कभी तो ऐसी स्थिति आ जाती है कि रोगियों की सप्ताह में दो से तीन बार डायलिसिस की नौबत आ जाती है.