सियासी अखाड़ा बनी कन्नौज लोकसभा सीट, अखिलेश और पाठक ने किया नामांकन
कन्नौज: देश में लोकसभा चुनाव के बीच उत्तर प्रदेश में गठबंधन और BJP के बीच मुकाबला काफी दिलचस्प होता जा रहा है. प्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट अब सियासी अखाड़े में तब्दील हो गई है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के दिग्गज चुनाव मैदान में आमने सामने हैं. बता दें कि अब कन्नौज में की सीट हॉट शीट में तब्दील हो गई है. यहाँ से अखिलेश और सुब्रत पाठक ने आज नामांकन दाखिल किया है.
प्रदेश में अखिलेश सांप्रदायिक चेहरा…
बता दें कि नामांकन के बाद वर्तमान सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि अखिलेश अब प्रदेश में सबसे बड़ा सांप्रदायिक चेहरा हैं. वह माफियाओं के मातम में जाते हैं. कन्नौज की जनता ने हमेशा इतिहास लिखा है और इस बार फिर इतिहास रच कर अखिलेश को हराएगी और कन्नौज का इतिहास इस बार पूरी दुनिया देखेगी.
दो दिग्गज आमने- सामने…
बता दें कि कन्नौज में इस बार पक्ष और विपक्ष के दो दिग्गज आमने- सामने हैं. ऐसे में दोनों नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है. वहीँ, विपक्ष के नेता अखिलेश पर स्वयं अपनी जिम्मेदारी है. सपा का गढ़ रही कन्नौज सीट पर भाजपा ने सुब्रत पाठक को उतारा है, जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल को हराया था.
अखिलेश ने यहीं से शुरू की थी सियासी पारी..
बता दें कि अखिलेश ने पहली बार यहीं से अपने जीवन की सियासी पारी की शुरुआत की थी. उन्होंने साल 2000 ,2004 और 2009 में यहीं से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे लेकिन 2012 में मुख्यमंत्री के बाद इन्होने यह सीट छोड़ दी थी .
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सैफई परिवार रहा मौजूद…
बता दें कि अखिलेश के नामांकन में पूरा सैफई परिवार मौजूद रहा. इस दौरान उनकी पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav), चाचा शिवपाल (Shivpal Yadav) और रामगोपाल (Ramgopal) समेत पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. इसे पहले अखिलेश ने अपने भतीजे तेज प्रताप को टिकट दिया था लेकिन विवाद के बाद यहाँ से चुनाव लड़ने का एलान किया.