कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ का ट्रेलर रिलीज: 17 जनवरी को सिनेमाघरों में
जाने कंगना ने क्या कहा
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन और 1975 के आपातकाल पर आधारित कंगना रनौत की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘इमरजेंसी’ का ऑफिशियल ट्रेलर-2 सोमवार को जारी कर दिया गया. कंगना ने यह ट्रेलर X पर साझा किया और ज़ी स्टूडियो ने इसे अपने यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ किया.
फिल्म का निर्देशन, लेखन और सह-निर्माण कंगना रनौत ने किया है. यह 17 जनवरी 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.
ट्रेलर में क्या दिखाया गया ?
फिल्म ‘इमरजेंसी’ के ट्रेलर में इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही कंगना रनौत राष्ट्रपति से कहती नजर आती हैं,“मैं ही कैबिनेट हूं, राष्ट्रपति जी!” ट्रेलर में अनुपम खेर जयप्रकाश नारायण की भूमिका में नजर आ रहे हैं, जो जेल से इंदिरा गांधी को पत्र लिखते हैं. श्रेयस तलपड़े दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका निभा रहे हैं.
कंगना का किरदार संसद में कहता है, “सच को स्वीकार करने का एकमात्र तरीका युद्ध छेड़ना है.”
फिल्म में मिलिंद सोमन को फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के रूप में दिखाया गया है. वह इंदिरा गांधी से पूछते हैं कि क्या वह युद्ध चाहती हैं, जिस पर उनका नजरिया यह स्पष्ट करता है कि वह युद्ध के लिए तैयार हैं.
इसके बाद ट्रेलर इंदिरा गांधी के इमरजेंसी लागू करने के फैसले का नतीजा देश की हिंसा, अराजकता और मौत का मंजर दिखाया गया है. अंत में कंगना की आवाज सुनाई देती है, “इंदिरा ही भारत है.”
ALSO READ: क्या है ‘डोम सिटी’ जिसे बताया जा रहा आध्यात्म और लग्जरी का संगम
फिल्म की स्टारकास्ट
फिल्म में कई प्रमुख किरदार शामिल हैं. महिमा चौधरी पुपुल जयकर के रूप में, अशोक छाबड़ा मोरारजी देसाई, विशाख नायर संजय गांधी और दिवंगत सतीश कौशिक जगजीवन राम के रूप में नजर आएंगे.
कंगना ने क्या कहा ?
कंगना ने ट्रेलर साझा करते हुए लिखा, “1975, इमरजेंसी – भारतीय इतिहास का एक निर्णायक अध्याय. इंदिरा: भारत की सबसे ताकतवर महिला. उनकी महत्वाकांक्षा ने देश को बदल दिया, लेकिन उनकी #EMERGENCY ने इसे अराजकता में डाल दिया.”
ALSO READ: बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट का आसमान में इंजन फेल
रिलीज में क्यों हुई थी देरी
फिल्म को पहले 6 सितंबर 2024 को रिलीज किया जाना था. हालांकि, इसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से मंजूरी नहीं मिलने के कारण इसकी रिलीज में देरी हुई.
‘इमरजेंसी’ भारतीय राजनीति के एक काले अध्याय पर आधारित है, जिसमें 21 महीने तक लोकतंत्र को निलंबित कर दिया गया था. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस ऐतिहासिक घटना पर बनी फिल्म को देख दर्शक क्या प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं.