कजरी तीज आज, जानें पूजन विधि और शुभ मुहूर्त..
आज कजरी तीज है, जो उत्तर भारत में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है. इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल दांपत्य जीवन की इच्छा के लिए निर्जला उपवास करती हैं, जबकि अविवाहित कन्याएं एक अच्छा वर पाने के लिए व्रत रखती हैं. आइए जानते हैं कि आज कजरी तीज पर पूजन विधि और शुभ मुहूर्त क्या है?
शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, गुरुवार, 22 अगस्त को कजरी तीज की पूजा होगी, जो भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है. जो 21 अगस्त को शाम 5.06 बजे से 22 अगस्त को दोपहर 1.46 बजे तक रहेगी.
पूजन विधि
कजरी तीज का पूजन के लिए किसी साफ – सुथरे स्थान का चयन करें और वहां पर एक चौकी रखें. इस चौकी पर एक लाल रंग का एक साफ कपड़ा बिछाएं और उस पर भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें. इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्तियां या चित्र को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर) से स्नान करें. इसके बाद जल से स्नान कराएं और उन्हें वस्त्र अर्पित करें. चंदन, रोली, मौली, सिंदूर, कुमकुम और फूलों से शिव-पार्वती का श्रृंगार करें. बेलपत्र, धतूरा, और पुष्प अर्पित करें. मिठाई और नैवेद्य का भोग लगाएं.
Also Read: Horoscope 22 August 2024: मिथुन, कन्या और मकर राशि को मिलेगा वाशी योग का लाभ
नीमड़ी माता की पूजा
कजरी तीज पर नीमड़ी माता भी पूजा जाती है, इसके लिए मिट्टी और गोबर से दीवार पर एक तालाब की आकृति बनाएं और पास में एक नीम की टहनी रोपें. फिर तालाब में कच्चा दूध और जल डालकर दीया जलाकर किनारे पर रखें. फिर नीमड़ी माता को जल की छींटे देकर रोली, मोली और अक्षत अर्पित करें. इसके बाद रोली से टीका लगाकर कलावा बांधें, फिर अंगुली से नीमड़ी माता की दीवार पर 13 से 13 बिंदिया मेहंदी, रोली और काजल लगाएं.
रोली और काजल की बिंदी अनामिका अंगुली से लगाएं और मेहंदी और रोली की बिंदी तर्जनी अंगुली से लगाएं. इसके बाद किसी एक फल के साथ नीमड़ी माता को दक्षिणा चढ़ाएं, फिर नीमड़ी माता से लंबी उम्र और खुशहाल दाम्पत्य जीवन की कामना करें. अब दीपक के प्रकाश में किसी तालाब के किनारे नींबू, नीम की डाली, ककड़ी, नाक की नथ और साड़ी का पल्लू देखें. आखिर में, चंद्रमा को अर्घ्य देकर सुख की प्रार्थना करें.