इस बार की दीवाली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी। लेकिन इस साल की दिवाली बेहद खास होने वाली है क्योंकि दिवाली पर सूर्य ग्रहण का भी साया है। दरअसल सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि को लगता है जोकि कार्तिक अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर शाम 5:29:35 से शुरू होगी और दिवाली भी अमावस्या तिथि पर होती है। अबकी बार दिवाली पर ऐसा संयोग बना है कि दिवाली की रात से ही सूर्य ग्रहण का सूतक आरंभ हो जाएगा। इस बार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि और सूर्य ग्रहण होने के कारण कई राशियों पर प्रभाव पड़ेगा इस लिए आपको सतर्क रहने की आवशयकता है आपको बता दें कि ऐसा बहुत कम होता है कि दिवाली के दिन या फिर दिवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण पड़ रहा हो।
जहा इस बार वृषभ, मिथुन, कुंभ, वृश्चिक इन राशियों के लोगों को सावधान रहने की जरुरत है
वृषभ- आपको निवेश करते समय खास सावधानी बरतनी होगी।
मिथुन- आप खर्च करने से बचें और उसे गलत जगह न खर्च करें
कुंभ- लेनदेन करते समय सावधानी बरतें या ना करें
वृश्चिक- अपने बिजनेस में सतर्कता बरतें
25 अक्टूबर को होने वाले सूर्यग्रहण जोकि करीब चार घंटे का होगा, जिसे भारत से नहीं देखा जा सकता है क्यूंकि र्य ग्रहण समाप्त होने से पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा।
सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले लग जाएगा सूतक: सूर्य ग्रहण का आरंभ 25 अक्टूबर को दिन में 2 बजकर 29 मिनट पर हो रहा है। सूर्य ग्रहण के बारे में नियम है कि इसका सूतक ग्रहण आरंभ होने से 12 घंटे पहले लग जाता है। इसलिए 24 अक्टूबर दिवाली की रात 2 बजकर 30 मिनट से सूर्य ग्रहण का सूतक आरंभ हो जाएगा।
साथ ही आप को बता दें कि दिवाली की रात को साधन के लिए बहुत ही उत्तम माना गया है। इस समय देवी काली की साधना, उपासना, तंत्र साधना की जाती है। महानिशीथ काल का समय 24 अक्टूबर को रात 10 बजकर 55 मिनट से 25 अक्टूबर को रात 1 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। दिवाली की रात को ग्रहण का सूतक लग जाने से तंत्र साधना और सिद्धि के लिए यह रात बेहद खास रहेगी। इस रात जागरण करके देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जप करना बेहद ही लाभकारी होगा।