घर की मुश्किलों ने नहीं बनने दी खेल में रुकावट : जीतेंद्र
भारत की अंडर-17 टीम के डिफेंडर जीतेंद्र सिंह ने कहा है कि भले ही उन्हें परिवार से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा हो, लेकिन यह परेशानियां उन्हें फुटबाल खेलने से नहीं रोक सकती। अखिल भारतीय फुटबाल संघ (एआईएफएफ) को दिए एक बयान में 16 वर्षीय डिफेंडर ने यह बात कही।
परिस्थितियां मुझे फुटबाल खेलने से नहीं रोक सकती
जीतेंद्र ने कहा, “मेरे पिता एक चौकीदार हैं और मेरी मां सिलाई का काम करती हैं, लेकिन इस प्रकार की परिस्थितियां मुझे फुटबाल खेलने से नहीं रोक सकती।”
read more : गौरी लंकेश हत्याकांड की एनआईए से जांच हो : मायावती
…तो आज वह इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाते
उन्होंने कहा, “मेरे बड़े भाई मेरी प्रेरणा हैं, जिनसे प्रेरित होकर मैं कठिन समय से गुजर जाता हूं। मुझे याद है कि वह मुझे मैदान पर ले जाकर फुटबाल खिलाते थे और इसी कारण मेरी इस खेल में रुचि बढ़ी। वर्तमान में वह कोलकाता लीग में युनाइटेड स्पोर्ट्स क्लब के लिए खेल रहे हैं और मैं उनकी तरह बनना चाहता हूं।”जीतेंद्र ने कहा कि उनके परिवार ने हमेशा उनका समर्थन किया है। अगर उनका साथ नहीं होता, तो आज वह इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाते।
read more : ये ‘अंगूठी’ करेगी दृष्टिहीनों और बुजुर्गों को पढने मे मदद
विकास को बढ़ावा देने के लिए यह टूर्नामेंट एक शानदार मंच
अगले माह शुरू होने वाले फीफा अंडर-17 विश्व कप के बारे में जीतेंद्र ने कहा, “भारत में फुटबाल के विकास को बढ़ावा देने के लिए यह टूर्नामेंट एक शानदार मंच है। मैं इसका हिस्सा बनकर स्वयं को भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं।”जीतेंद्र ने कहा कि उनका सपना देश की राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करना है और वह जानते हैं कि इसके लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)