झारखंड: अंकिता हत्याकांड की जांच करेगी SIT, घटनास्थल पहुंची CID
झारखंड के दुमका में शाहरूख हुसैन ने एकतरफा प्रेम का प्रस्ताव अंकिता द्वारा ठुकराने पर उसे पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया. पांच दिन बाद शनिवार देर रात 90 प्रतिशत जली अंकिता की रांची के रिम्स अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. वहीं, अब अंकिता हत्याकांड में जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद पुलिस महकमा इस केस की जांच को लेकर अब रेस हो गया है.
एसपी दुमका के नेतृत्व में एसआईटी की टीम बनाई गई है जो अब अंकिता हत्याकांड की जांच करेगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी दुमका द्वारा केस की पूरी निगरानी की जा रही है. अंकिता को जिंदा जलाकर उसकी हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपी शाहरूख हुसैन सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
झारखंड पुलिस मुख्यालय के एडीजी एम एल मीणा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि केस में हर पहलू से जांच की जा रही है. घटना के बाद फोरेंसिक और सीआईडी की टीम भी दुमका स्थित अंकिता के घर पहुंची है और घटनास्थल की जांच कर रही है. इस मामले में खुद एडीजी के पहुंचने के बाद जांच में तेजी आई है. रिम्स में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद अंकिता का अंतिम संस्कार सोमवार को दुमका में किया गया था.
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इस घटना के बाद झारखंड के लोग पुलिसिया कार्यशैली को लेकर आक्रोश में हैं. सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक शिष्टमंडल ने इलाके के डीआईजी से मुलाकात कर इस केस में एसीडीपीओ को अविलंब हटाने की मांग की है. लोगों का कहना है कि इस केस की जांच में एसडीपीओ नूर मुस्तफा का भूमिका काफी संदिग्ध है.