जापान के पूर्व पीएम 67 वर्षीय शिंज़ो आबे को शुक्रवार सुबह गोली मार दी गई. उनका निधन हो गया है. नारा शहर में चुनाव प्रचार के दौरान उनके सीने में दो गोली मारी गई थी. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की तमाम कोशिशें कीं, लेकिन बचाया नहीं जा सका. जापान के एनएचके वर्ल्ड रेडियो ने उनकी मौत की पुष्टि की है. उधर, गोली चलाने वाले संदिग्ध युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है.
Officials say former Japanese Prime Minister #ShinzoAbe has been confirmed dead. He was reportedly shot during a speech on Friday in the city of Nara, near Kyoto: Japan's NHK WORLD News pic.twitter.com/7ayJpNCw17
— ANI (@ANI) July 8, 2022
दरअसल, आबे पर फायरिंग उस वक्त की गई, जब वे चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान फायरिंग की आवाज आई और आबे गिर पड़े. डॉक्टरों का कहना है कि उनके दिल ने काम करना बंद कर दिया था और उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी. काफी खून भी बह गया था. बाकी अंग भी काम नहीं कर रहे थे. उन्हें गहन चिकित्सा निगरानी में रखा गया था, लेकिन, उनकी तबीयत लगातार बिगड़ने से उन्हें बचाया नहीं जा सका.
बता दें शिंजो आबे लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) पार्टी से जुड़े थे. आबे साल 2006-07 के दौरान पीएम रहे. आबे को एक आक्रामक नेता माना जाता है. शिंजो को आंत से जुड़ी बीमारी अल्सरट्रेटिव कोलाइटिस थी, इसकी वजह से उन्हें साल 2007 में पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. शिंजो आबे लगातार 2803 दिनों (7 साल 6 महीने) तक पीएम रहे. इससे पहले यह रिकॉर्ड उनके चाचा इसाकु सैतो के नाम था.
शिंजो आबे पर गोली चलाने वाले की पहचान रिपोर्ट्स के आधार पर तेतसुया यामागामी के तौर पर हुई है जो एक स्थानीय व्यक्ति है. तेतसुया यामागामी 41 साल का है और उसे एक पूर्व सैनिक माना जा रहा है ऐसा माना जा रहा है कि वो शिंजो आबे के पीछे खड़ा हुआ था. करीब 10 फीट की दूरी पर, जब उसने गोली चलाई.
पीएम नरेंद्र मोदी ने शिंज़ो आबे के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा ‘पूर्व प्रधान मंत्री अबे शिंजो के प्रति हमारे गहरे सम्मान के प्रतीक के रूप में, 9 जुलाई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा.’
As a mark of our deepest respect for former Prime Minister Abe Shinzo, a one day national mourning shall be observed on 9 July 2022.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2022
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ आबे के अच्छे संबंध रहे. उनकी गुजरात और बनारस यात्रा काफी चर्चित रही. 25 जनवरी, 2021 को भारत ने आबे को पद्म विभूषण से सम्मानित किया था.